पहाड़ों की रानी पत्नीटॉप की सैर करवाने को गंडोला तैयार
अमित माही ऊधमपुर इस गर्मी में पर्यटक गंडोला (रोपवे) से पहाड़ों की रानी पत्नीटॉप की हसी
अमित माही, ऊधमपुर
इस गर्मी में पर्यटक गंडोला (रोपवे) से पहाड़ों की रानी पत्नीटॉप की हसीन वादियों का नजारा ले सकेंगे। इस समय गंडोला बन कर तैयार है और ट्रायल चल रहा है। जून के दूसरे पखवाड़े के मध्य में पत्नीटॉप में गंडोला शुरू कर दिया जाएगा। गंडोला बन कर तैयार होने से न सिर्फ पत्नीटॉप के कारोबारियों, बल्कि चनैनी और कुद के लोगों में भी खुशी की लहर है।
पत्नीटॉप में गंडोला का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री ने साल 2007 में किया था। फॉरेस्ट क्लीयरेंस को लेकर यह प्रोजेक्ट अधर में लटका रहा। गंडोला प्रोजेक्ट का काम दोबारा शुरू करने की कवायद वर्ष 2015 फिर से शुरू हुई। इसके बाद इस प्रोजेक्ट के लिए नया सर्वे हुआ। इस बार प्रोजेक्ट दो फेज में बनाने के लिए डीपीआर तैयार की गई और टेंडर हुए। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के 2016 में इंपीरियन स्काई व्यू प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को यह काम आवंटित हुआ। कंपनी को जनवरी 2017 में काम शुरू करना था, मगर बर्फबारी की वजह से काम अप्रैल में संगोत से शुरू किया गया।
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120 करोड़ से ज्यादा लागत
पत्नीटॉप गंडोला रोपवे की अनुमानित लागत 120 करोड़ रुपये है, मगर यह इसके पांच से आठ प्रतिशत अधिक राशि पर बन कर तैयार होगा। प्रोजेक्ट में रोपवे निर्माण के साथ पर्यटन संबंधी ढांचा विकसित करना भी शामिल है। यह प्रोजेक्ट बिल्ट, ऑउन, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओओटी=बूट) नियमों पर बना है। बनाने वाली कंपनी के पास 35 साल तक प्रोजेक्ट लीज पर रहेगा। निर्माण और संचालन का खर्च कंपनी खुद करेगी। लीज अवधि पूरी होने के बाद इसे सरकार को सौंप दिया जाएगा।
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प्रोजेक्ट में संगोत महत्वपूर्ण पड़ाव
कुल 3882 मीटर वाले दो खंड वाले प्रोजेक्ट में संगोत बेहद महत्वपूर्ण स्टेशन होगा। इस प्रोजेक्ट का निर्माण दो हिस्सों में होगा। कुद में जलेबी मोड़ के पास से हाईवे के पास रोपवे का लोअर टर्मिनल प्वाइंट बनेगा। इसके लिए 20 कनाल जमीन अधिगृहीत है। संगोत गांव में इंटरमीडिएट प्वाइंट 111 कनाल भूभाग पर बनेगा। पत्नीटॉप में होटल वरदान के पास रोपवे का अपर टर्मिनल होगा, जो 9 कनाल जमीन पर बनेगा। कुद से संगोत के बीच रोपवे प्रोजेक्ट की लंबाई 1264 मीटर है, जबकि संगोत से होटल वरदान पत्नीटॉप हिस्से की लंबाई 2618 मीटर है। संगोत में मुख्य ड्राइव स्टेशन बना है, जहां से गंडोला दोनों छोरों पर जाएगा और वापस इसी जगह पर लौटेगा।
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दोनों हिस्सों में होंगे अलग सिस्टम वाले गंडोला
प्रोजेक्ट में पत्नीटॉप की भौगोलिक परिस्थितियों व निर्माण लागत को ध्यान में रखते हुए पूरे गंडोला प्रोजेक्ट में दो तरह के गंडोला सिस्टम लगेंगे। एक हिस्से में फिक्स्ड पलस्टेड गंडोला सिस्टम लगेगा। दूसरे हिस्से में मोनोकेबल डिटैचबल गंडोला सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें सर्विस ब्रेक, इमरजेंसी ब्रेक व इलेक्ट्रिक स्टॉप से रोकने की सुविधा होगा। गंडोला बिजली के अलावा डीजी सेट के पॉवर बैकअप पर चलेगा।
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देश का ही नहीं एशिया का सबसे ऊंचा गंडोला
कंपनी के दावे के मुताबिक यह गंडोला भारत ही नहीं, बल्कि एशिया के सबसे ऊंचा गंडोला प्रोजेक्ट है। कंपनी के मुताबिक यह रोपवे एशिया का सबसे ऊंचा (ग्राउंड क्लीयरेंस) तथा दो टॉवरों के बीच सबसे लंबे स्पैन वाला रोपवे है। इससे पहले चीन में एशिया का सबसे ऊंचा गंडोला प्रोजेक्ट था। भारत में गुलमर्ग के गंडोला को सबसे ऊंचा माना जाता है। मगर पत्नीटॉप में बने गंडोला का सबसे उंचा टॉवर 65 मीटर है, जबकि गुलमर्ग में गंडोला के सबसे ऊंचे टॉवर की उंचाई 32 से 33 मीटर है। यहां से न केवल पूरे पत्नीटॉप और आसपास के इलाके का सुंदर नजारा दिखेगा।
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देश का पहला आठ सीट वाला गंडोला
पत्नीटॉप में शुरु होने वाला गंडोला जहां उंचाई के मामले एशिया का नंबर हैं। वहीं, देश का पहला गंडोला भी होगा, जो आठ सीट वाला होगा। कंपनी के मुताबिक इससे पहले देश के गंडोला में छह सीटर केबिन ही हैं। देश में पहली बार 8 सीट वाले गंडोला सिर्फ पत्नीटॉप में लग रहे हैं। गंडोला में 8 सीट वाले 18 केबिन यात्रियों को पत्नीटॉप की सैर कराएंगे।
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प्रोजेक्ट के लिए नहीं काटा गया एक भी पेड़
इंपीरियन स्काई व्यू प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के हेड सेल्स एवं मार्केटिग सैयद अली जाफरी ने दावा किया है कि इस गंडोला प्रोजेक्ट को बनाने में एक भी पेड़ नहीं काटा गया। इको फ्रेंडली तरीके से बनाए गया यह देश का पहला रोपवे प्रोजेक्ट है, जो पेड़ों के ऊपर से जाएगा। इसे बनाने में इकोलॉजी और इकोसिस्टम का पूरा ख्याल रखा गया है।
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पार्किंग, फूड कोर्ट और अन्य कई सुविधाएं
टेक ऑफ प्वाइंट व अपर टर्मिनल पर पार्किंग की सुविधा होगी। इसके साथ ही फूड कोर्ट होगा, जहां पर स्थानीय व्यंजन परोसे जाएंगे। ओपन एयर एंपी थिएटर बनाया जाएगा, जहां पर स्थानीय कार्यक्रम होंगे। इसके साथ ही स्थानीय फल व सब्जी का प्रयोग किया जाएगा। इससे स्थानीय इलाकों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। यहां पर दिव्यांग लोग के भी आसानी से पहुंचने के लिए सुविधा होगी। इसके साथ ही वाईफाई की सुविधा भी होगी।
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गंडोले तक ले जाएगा मैग्नेटिक मैजिक कारपेट
इस गंडोला प्रोजेक्ट में जिगजैग जिप लाइन होगी। इसके साथ ही ट्यूबिग स्लेज के साथ मैग्नेटिक मैजिक कारपेट होगा, जो पर्यटकों को अपने आप गंडोला तक लेकर जाएगा।
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विश्व की अग्रणी फ्रांसीसी कंपनी से करार
गंडोला लगा रही कंपनी इंपीरियन ने रोपवे टांसपोर्टेशन में विश्व में अग्रणी फ्रांस की कंपनी पोमा के साथ करार है। माउंटेन व साहसिक गतिविधियां संचालित करने वाले फ्रांस के ही एमएनडी ग्रुप के साथ करार किया है। मास्टर प्लानर व साइट डेवलपर के तौर पर डियानइजी फ्रांस के साथ केबल ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियर कंपनी के साथ करार किया है।
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गंडोला प्रोजेक्ट का काम अप्रैल 2017 में शुरू किया गया था। अब इसका काम अंतिम चरण में है। 10 मई से इसका ट्रायल चल रहा है, जो 14 जून को संपन्न होगी। इसके एक सप्ताह के भीतर गंडोला शुरू कर दिया जाएगा। अभी कुछ प्रमाण पत्र हासिल करना बाकी है। इनके मिलते ही उद्घाटन की तारीख घोषित कर दी जाएगी। संभवत: जून के दूसरे पखवाड़े के मध्य में इसका उद्घाटन होगा।
सईद जुनैद अल्ताफ, डायरेक्टर इंपीरियन स्काई व्यू प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी