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आतंकियों ने गूल से ही हासिल किए थे हथियार

अमित माही ऊधमपुर रामबन जिले के हाला इलाके में पकड़े गए लश्कर के दोनों आतंकी हथियारों को कश्मीर से नहीं लाए थे बल्कि यहीं से हासिल किया था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 06:01 AM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 06:40 AM (IST)
आतंकियों ने गूल से ही हासिल किए थे हथियार
आतंकियों ने गूल से ही हासिल किए थे हथियार

अमित माही, ऊधमपुर

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रामबन जिले के हाला इलाके में पकड़े गए लश्कर के दोनों आतंकी हथियारों को कश्मीर से नहीं लाए थे, बल्कि यहीं से हासिल किया था। इससे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। बड़ी बात यह है कि सुरक्षा एजेंसियां रामबन जिले में आतंकियों के स्लीपर सेल के सक्रिय होने की बात से इनकार भी नहीं कर पा रही हैं। ऐसे में गूल और रामबन के वह इलाके जो कभी आतंकियों के पनाहगाह रहे हैं, वे अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं।

एसएसपी रामबन अनीता शर्मा ने आतंकियों को हथियार गूल में उपलब्ध होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले को सुलझा लेने के बाद ही इस संबंध में अधिक जानकारी दी जा सकेगी। वहीं, मामले की जांच के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां पूरे जिले को सैनिटाइज करने की रणनीति पर विचार कर रही है। इसके लिए तलाशी अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है। वहीं इंटेलिजेंस व तकनीक की मदद से जिले में मौजूद स्लीपर सेलों की तलाश शुरू कर दी गई है। दोनों लश्कर आतंकियों का यहां आना और यहीं पर एके-47 राइफल का हासिल करना इस बात का पुख्ता संकेत है कि उनके यहां मददगार सक्रिय हैं।

आतंकवाद के दौर में रामबन जिले के गूल समेत अन्य इलाके खासे प्रभावित रहे हैं। असंख्य आतंकी ठिकाने थे। संभव है उनमें से कुछ आतंकी ठिकाने अभी भी मौजूद होंगे, जहां पर असलाह है। आतंकियों के मददगार स्लीपर सेलों को इनकी जानकारी हो सकती है। आतंकियों के पास हथियारों की कमी है। वह हथियार जुटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि दोनों यहां किसी वारदात को अंजाम देने तो नहीं आए थे। सुरक्षा एजेंसियां सभी कड़ियां जुटाने में लगी हैं। सुरक्षा एजेंसियों को दक्षिण कश्मीर के दोनों आतंकियों को संचालित करने वाले कुछ और लोगों के नाम की जानकारी मिली है।


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