उड़ी में भी पाक ने की गोलाबारी, जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान
उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बीते कुछ दिनों से व्याप्त खामोशी वीरवार दोपहर पाकिस्तानी सेना की उड़ी सेक्टर में जंगबंदी का उल्लंघन करने के साथ ही भंग हो गई।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बीते कुछ दिनों से व्याप्त खामोशी वीरवार दोपहर पाकिस्तानी सेना की उड़ी सेक्टर में जंगबंदी का उल्लंघन करने के साथ ही भंग हो गई। पाक सेना ने भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। जबकि एक ग्रामीण भी जख्मी हो गया। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाक सेना की निगरानी चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने उड़ी सेक्टर में एलओसी से सटे भारतीय गांवों हथलंगा, सिलीकोट व चुरुंडा को निशाना बनाया। पाक सेना ने दोपहर करीब साढ़े बारह बजे गोलाबारी शुरू की थी। पाक सैनिकों ने भारतीय सैन्य ठिकानों के साथ-साथ नागरिक बस्तियों को निशाना बनाया। इस दौरान चुरुंडा गांव में पाक सेना की गोलाबारी में इसहाक अहमद दीदड़ का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। इसहाक का परिवार गोलाबारी में बच गया, लेकिन वह खुद जख्मी हो गया। उसे सैन्यकर्मियों ने निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया। पाक गोलाबारी का निशाना बने गांवों में ग्रामीणों ने अपने घरों के आसपास बने सामुदायिक बंकरों में शरण ली।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि शुरू में भारतीय जवानों ने पूरा संयम बनाए रखा, लेकिन जब गोलाबारी की तीव्रता बढ़ने लगी और नागरिक बस्तियों में गोले गिरने लगे तो उन्होंने भी जवाबी प्रहार शुरू कर दिया। भारतीय जवानों ने भी पाक सेना के बंकरों व अग्रिम निगरानी चौकियों को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी खेमे को भारी नुकसान पहुंचा। इसके बाद ही पाक सेना ने गोलाबारी बंद की। उन्होंने बताया कि गोलाबारी शाम करीब चार बजे बंद हुई है।
उन्होंने बताया कि पाक सेना की तरफ से गोलाबारी बंद होने के बाद एलओसी से सटे इलाकों में तैनात नाकों को सचेत करते हुए गश्त को बढ़ाया गया है। गोलाबारी की आड़ में स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों की घुसपैठ की आशंका को नहीं नकारा जा सकता। इसलिए एहतियात के तौर पर अग्रिम इलाकों मे तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है। पाक ने एलओसी से आइबी तक की गोलाबारी
जेएनएन, राजौरी/कठुआ : पाकिस्तानी सेना ने वीरवार को भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) तक भारी गोलाबारी की। गोलाबारी से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
पाक सेना ने वीरवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पुंछ जिला के देगवार सेक्टर में सेना की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाने के साथ रिहायशी क्षेत्रों में गोलाबारी शुरू कर दी। सूत्रों का कहना है कि पाक सेना आतंकियों के दल को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाने के लिए गोलाबारी कर रही है। गोलाबारी से सीमांत क्षेत्रों में रहने वालों में दहशत का माहौल है।
वहीं, कठुआ जिला के हीरानगर सेक्टर के मनयारी व पानसर गांवों में पाक रेंजर्स ने बुधवार रात साढ़े नौ बजे से वीरवार सुबह पांच बजे तक मोर्टार और मशीनगनों से गोलीबारी की। पाक रेंजर्स तारबंदी पर सुरक्षा बांध के निर्माण कार्य को रोकने के लिए बीका चक पोस्ट से दर्जनों मोर्टार दागे, जो अधिकांश खेतों में गिरे। गोलाबारी से जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के जवानों ने भी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। बाद में बीएसएफ की 19 बटालियन ने फकीरा पोस्ट के नजदीक 82 एमएम का एक मोर्टार बरामद किया, जो फटा नहीं था।