बारामुला से दो छात्रों को आतंकी बनने से बचाया
28 मार्च से लापता थे दोनों पुलिस ने काउंसिलिंग परिवार के हवाले किया --------------
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : जिहादी संगठनों की चंगुल में फंसने से दो छात्रों को सुरक्षाबलों ने समय रहते आतंकवादी बनने से बचा लिया। काउंसिलिंग करने के बाद दोनों को परिजनों को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार, बारामुला में चंदूसा इलाके से गत सप्ताह दो छात्र अचानक अपने घर से लापता हो गए। परिजनों ने 28 मार्च को करीरी पुलिस स्टेशन में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को शुरुआती छानबीन में पता चला कि दोनों लड़के अक्सर जिहादी संगठनों की बातचीत करते थे। पुलिस ने उसी समय अलर्ट जारी कर दिया। सभी सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो। सीआरपीएफ की 176वाहिनी, सेना की 52 आरआर और पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने तुरंत बारामुला में सभी इलाकों में औचक छापेमारी की। पुलिस ने इन लड़कों के कुछ दोस्तों से पूछताछ करने के अलावा कुछ दिनों के दौरान पकड़े गए आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों से पूछताछ की। दोनों लड़कों को जंगल से पकड़ लिया। पुलिस ने दोनों की काउंसिलिंग कर उनके परिजनों के हवाले किया। एसपी ऑपरेशस बारामुला मुकेश कक्कड़ और कमांडेंट सीआरपीएफ विनय तिवारी ने बताया कि दोनों लड़के जिहादियों के दुष्प्रचार का शिकार हो गए थे। दोनों को गलती का अहसास है। हमनें उनके साथ कई मुद्दों पर चर्चा की है। अगर सुरक्षाबल कुछेक घंटों की और देरी कर देते तो दोनों लड़के जिहादियों के मकड़जाल में फंस गए होते। इनके माटिवेटर की भी पहचान कर ली गई है। उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।