पुलवामा से भागे हिज्ब के दो आतंकी 24 घंटे में ढेर
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के रत्नीपोरा में मंगलवार को मुठभेड़ स्थ
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के रत्नीपोरा में मंगलवार को मुठभेड़ स्थल से भागे हिज्ब के दो दुर्दात आतंकियों को सुरक्षाबलों ने 24 घंटे के भीतर बुधवार सुबह श्रीनगर से करीब 15 किलोमीटर दूर गोपालपोरा (बड़गाम) में एक मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए इन आतंकियों में आठ लाख का इनामी हिलाल अहमद वानी और शोएब अहमद लोन भी शामिल है।
पुलवामा के रत्नीपोरा में गत मंगलवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिज्ब आतंकी हिलाल अहमद राथर को मार गिराया था और इस दौरान सेना का हवालदार बलजीत सिंह निवासी करनाल (हरियाणा) शहीद हो गए थे। इस दौरान आतंकी समर्थकों की ओर से किए गए पथराव की आड़ में दो आतंकी मुठभेड़स्थल से भाग निकले थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने घेराबंदी जारी रखते हुए उनकी तलाश जारी रखी। पुलिस को तड़के तीन बजे अपने तंत्र से पता चला कि पुलवामा से फरार दोनों आतंकी जिला बड़गाम में चाडूरा के पास गोपालपोरा, वाथूरा में अपने किसी संपर्क सूत्र के पास पहुंच गए हैं। उसी समय पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया। जवानों ने गाव में तलाशी लेते हुए जैसे ही आतंकी ठिकाना बने मकान को घेरा अंदर छिपे आतंकियों ने उन पर फायर कर दिया। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। इसके साथ ही उन्होंने आतंकियों को बार-बार आत्मसमर्पण के लिए कहा। आतंकियों ने सरेंडर से इन्कार करते हुए गोलीबारी जारी रखी। इस दौरान वहा आतंकी समर्थक तत्व भी भड़काऊ नारेबाजी करते हुए जमा हो गए। उन्होंने सुरक्षाबलों की घेराबंदी में सेंध लगाकर आतंकियों को भगाने के लिए पथराव भी किया, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ दिया। सुबह सात बजे समाप्त हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों की पहचान शोएब अहमद लोन उर्फ मुर्सी और हिलाल अहमद वानी के रूप में हुई। ये दोनों कुलगाम के रहने वाले थे। कुलगाम में जैसे ही इनकी मौत की खबर फैली तो वहा भी विभिन्न इलाकों में उग्र प्रदर्शन शुरू हो गए। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। बड़गाम और कुलगाम में आतंकी समर्थक तत्वों व सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों में तीन लोग जख्मी हो गए। प्रशासन ने हालात को भापते हुए कुलगाम और बड़गाम के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया है। कई वारदात में शामिल थे मारे गए दोनों आतंकी :
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया हिलाल जुलाई 2015 से सक्रिय था। वह सिर्फ दक्षिण कश्मीर में ही नहीं सेंट्रल कश्मीर में भी हिज्ब के लिए कैडर जुटाने में अहम भूमिका निभा रहा था। बीते चार साल के दौरान उसने सुरक्षाबलों पर हमले की विभिन्न वारदातों को अंजाम देने के अलावा कई नागरिक हत्याओं की साजिश को भी अंजाम दिया था। वह सबसे लंबे समय से सक्रिय आतंकियों में एक था। उसके साथ मारा गए शोएब की भी पुलिस को एक दर्जन आतंकी वारदातों में तलाश थी। मारे गए दोनों आतंकियों के पास से हथियार व कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। दोनों आतंकियों के शव उनके परिजनों के हवाले कर दिए गए हैं। इसके साथ ही मुठभेड़ के दौरान नष्ट हुए आतंकी ठकाने को भी पुलिस ने आम लोगों के लिए बंद कर दिया है।