कश्मीर में व्यापारियों को धमकाने वाला लश्कर का एरिया कमाडर साथी सहित ढेर
राज्य ब्यूरो श्रीनगर सुरक्षाबलों ने कश्मीर में अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए मंगलव
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सुरक्षाबलों ने कश्मीर में अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा में लश्कर-ए-तैयबा के कुख्यात एरिया कमाडर उफैद फारूक उर्फ अबु मुस्लिम को उसके साथी अब्बास समेत मार गिराया। मारे गए दोनों आतंकी स्थानीय हैं। मारा गया उफैद कई आतंकी वारदात में शामिल था। वह व्यापारियों और दुकानदारों को भी दुकानें बंद रखने और माल मंडियों में न भेजने के लिए धमकाता था। फिलहाल, उसके अन्य साथियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों ने अपना अभियान जारी रखा हुआ है। मुठभेड़ में एक नागरिक के जख्मी होने की भी सूचना है।
पांच अगस्त के बाद दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह पहली मुठभेड़ है। बीते दो माह के दौरान कश्मीर में अब तक सिर्फ चार मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें छह आतंकी मारे गए हैं। इनमें दो मुठभेड़ उत्तरी कश्मीर के बारामुला व सोपोर, एक जिला गादरबल और एक आज सुबह अवंतीपोरा में हुई।
जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को अपने तंत्र से पता चला था कि आतंकियों का एक दल अवंतीपोर के पास स्थित एक बड़े प्रतिष्ठान पर हमले की साजिश रच रहा है और वे कावनी इलाके में कहीं छिपे हैं। आतंकियों के मंसूबे को नाकाम बनाने के लिए तड़के सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर कावनी व उसके साथ सटे इलाकों की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख आतंकियों ने फायरिग कर भागने का प्रयास किया। इसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ में कुछ देर बाद एक आतंकी मारा गया। जबकि दूसरा आतंकी शाम को मारा गया। फिलहाल सुरक्षाबलों ने एहतियातन अभियान जारी रखा हुआ है। मारे गए आतंकियों की पहचान उफैद फारूक लोन और अब्बास के रूप में हुई है। उफैद अवंतीपोर का रहने वाला था, जबकि अब्बास बराबंदना का रहने वाला था। इस दौरान एक स्थानीय नागरिक भी जख्मी हुआ है और उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है। अलबत्ता, पुलिस ने इस मुठभेड़ में किसी नागरिक के जख्मी होने की कोई पुष्टि नहीं की है।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पाच अगस्त के बाद उफैद और अब्बास अक्सर अवंतीपोरा, पडगामपोरा और उसके साथ सटे इलाकों में लोगों को जबरन बंद के लिए धमकाते थे। इसके अलावा उन्होंने कई पंच-सरपंचों के घरों में जाकर उनके साथ कथित तौर पर मारपीट भी की। उफैद स्थानीय व्यापारियों और सेब उत्पादकों को भी अपना माल मंडियों में भेजने से जबरन रोक रहा था और फरमान न मानने वाले कई व्यापारियों के सामान को भी उसने जलाया था। हमलों के लिए ग्रेनेड उपलब्ध करवाता था उफैद :
जानकारी के अनुसार उफैद करीब एक साल पहले चार जुलाई 2018 को लश्कर में सक्रिय हुआ था। उफैद पापोर, त्राल, रेशीपोरा, अवंतीपोरा और मलंगपोरा स्थित एयरफोर्स के एयरबेस के आसपास की स्थित बस्तियों में ज्यादा सक्रिय रहा है। आतंकी बनने से पहले भी वह कई बार पत्थरबाजी के आरोप में पकड़ा गया था। वह लश्कर का ओवरग्राउंड वर्कर भी रह चुका है। करीब एक साल से उफैद ने त्राल, अवंतीपोरा, पुलवामा, पंथाचौक और पापोर में सुरक्षाबलों पर हुए लगभग सभी ग्रेनेड हमलों के लिए ग्रेनेड उपलब्ध कराए हैं। स्थानीय युवकों को आतंकी संगठनों में करता था भर्ती :
उफैद स्थानीय युवकों को भी आतंकी संगठनों में भर्ती करता था। उसने दक्षिण कश्मीर में कम से कम छह युवकों को आतंकी बनाया और उनमें से बराबंदना का रहने वाला आकिब भी है। आकिब इसी साल जून माह के दौरान लश्कर का सक्रिय आतंकी बना है।