पुलवामा में लश्कर के दो आतंकी ढेर, सुरक्षाबलों के घेरे में फंसे और भी दशहतगर्द
इसके साथ ही इस वर्ष अब तक मारे गए आतंकियों की संख्या 128 हो गई है।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो]। सुरक्षाबलों ने रविवार को आतंकी समर्थकों के भारी पथराव के बीच पुलवामा के संबूरा में लश्कर के अयूब ललहारी सहित दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। ललहारी का पाकिस्तानी साथी रहमान और अन्य दहशतगर्द देर रात तक सुरक्षाबलों के घेरे में फंसे हुए थे। इसके साथ ही इस वर्ष अब तक मारे गए आतंकियों की संख्या 128 हो गई है।
इसी बीच, प्रशासन ने पूरे पुलवामा में इंटरनेट सेवाओं को एहतियातन बंद कर दिया है। त्राल में बम धमाके में ग्रामीण जख्मी हो गया। उधर, अनंतनाग के अकिंनगाम में भी देर रात गए सुरक्षाबलों ने आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया।
दोपहर बाद भी सुरक्षाबलों ने पांपोर से सटे संबूरा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर अभियान चलाया था। दो घंटे तक जब कोई सुराग नहीं मिला तो तलाशी अभियान बंद कर दिया। रात 10 बजे सुरक्षाबलों को मुखबिरों से पता चला कि संबूरा में कुछ आतंकी अपने ठिकाने पर बैठे हुए हैं। उसी समय सेना की 50 आरआर और राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) के संयुक्त कार्यदल ने गांव का रुख किया। जवानों ने संबूरा के अकरम डार मुहल्ले की घेराबंदी कर दी। आतंकियों को भनक लग गई।
उन्होंने फायरिंग कर भागने का प्रयास किया। जवानों ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें मुठभेड़ में उलझा लिया। स्थानीय मस्जिदों से लोगों को मुठभेड़ स्थल पर जमा होने और फंसे आतंकियों को निकालने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव करने का आह्वान हुआ। मस्जिदों में कुछ ही देर में जिहादी तराने गूंजने लगे। गलियों में नारेबाजी करती भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। संबूरा के आसपास के इलाकों से भी लोग मुठभेड़स्थल की तरफ बढ़ने लगे। पुलिस ने आतंकरोधी अभियान में बाधा डालने के लिए पथराव कर रही भीड़ को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया। इसके बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई। बावजूद आतंकरोधी अभियान जारी रहा। पहले लश्कर का आतंकी अयूब ललहारी मारा गया और बाद में उसका एक अन्य साथी। देर रात गए इस खबर के लिखे जाने तक मुठभेड़ जारी थी। दो से तीन आतंकी अभी भी फंसे हैं। पुलिस ने अभी एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है। इसी बीच, त्राल के नारस्तान इलाके में इश्फाक अहमद लोन नामक एक युवक देर शाम गए धमाके में जख्मी हो गया। उसे शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान में दाखिल कराया गया है। पुलिस को घायल ने बताया कि धमाका मोबाइल फोन से हुआ था। संबंधित पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इश्फाक को पहुंचे जख्मों को देखकर यह मोबाइल फोन का धमाका नहीं लगता है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं बिजबिहाड़ा में रात को उस समय सनसनी फैल गई,जब शरारती तत्वों ने वहां से गुजर रहे सुरक्षाबलों पर जलते हुए पटाखे फेंके। इन पटाखों के फटने से हुए धमाके को लोगों ने ग्रेनेड हमला मान लिया था।