सेना ने शहीद जवानों को दी अंतिम विदाई
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : बादामी बाग स्थित सेना की चिनार कोर मुख्यालय में शुक्रवार को कश्मीर म
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : बादामी बाग स्थित सेना की चिनार कोर मुख्यालय में शुक्रवार को कश्मीर में शहीद हुए तीन सैन्य जवानों को श्रद्धांजलि अíपत की गई। शहीदों के तिरंगे में लिपटे पाíथव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ हवाई जहाज के जरिए उनके परिजनों के पास पहुंचाए गए।
25 अक्टूबर को कश्मीर के लुरगाम त्राल में आतंकियों के स्नाइपर हमले में जवान नगासियामलिना शहीद हो गए थे। राजेंद्र संह गत रोज ही अनंतनाग में पत्थरबाजों के हमले में जख्मी होने के बाद अस्पताल में जख्मों का ताव न सहते हुए चल बसे थे। लांसनायक ब्रजेश सुबह सोपोर में दो आतंकियों को मार गिराने के अभियान के दौरान शहीद हुए हैं। दोपहर को तीनों शहीदों के तिरंगे में लिपटे पाíथव शरीर सेना की 15 कोर मुख्यालय परिसर में हुए श्रद्धांजलि समारोह में लाए गए। चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट, राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह समेत विभिन्न सुरक्षा एजेंसयिों के अधिकारियों व जवानों के अलावा बड़ी संख्या में नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीदों के पाíथव शरीर पर पुष्पचक्र और फूलमालाएं भेंट किए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि शहीद लांसनायक ब्रजेश कुमार कुमार शुक्रवार को सोपोर में शहीद हुए। वर्ष 2004 में सेना में शामिल हुए ब्रजेश कुमार हिमाचल प्रदेश में जिला ऊना के ननाविन गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार मे अब उनकी पत्नी और एक बेटी रह गई हैं। बीती शाम लुरगाम त्राल में आतंकी हमले में शहीद हुए सिपाही नगासियामलिना पूर्वाेत्तर में स्थित मिजोरम के रेंगटेकवन कोलासिब के रहने वाले थे। उनके परिवार में अब उनके मां-बाप रह गए हैं। शहीद सिपाही राजेंद्र ¨सह 22 साल के थे। उत्तराखंड में बडेना पिथौरागढ़ के राजेंद्र ¨सह गत रोज सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों व जवानों के वाहनों के काफिले की सुरक्षा में तैनात थे। पत्थरबाजों के हमले में अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। उनके परिवार में अब उनके माता-पिता रह गए हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कह कि तीनों शहीदों के पाíथव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम दाह संस्कार के लिए हवाई जहाज के जरिए उनके परिजनों के पास भेज दिए गएहैं। उन्होंने बताया कि शहीदों के परिजनों के साथ सेना हर स्थिति में खड़ी है,उनके कल्याण और संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।