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जाकिर मूसा और नवीद जट्ट के तीन साथी ढेर, सैन्यकर्मी शहीद

सुरक्षाबलों ने मंगलवार को एक और बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दक्षिण्

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 08:04 AM (IST)Updated: Wed, 28 Nov 2018 08:04 AM (IST)
जाकिर मूसा और नवीद जट्ट के तीन साथी ढेर, सैन्यकर्मी शहीद
जाकिर मूसा और नवीद जट्ट के तीन साथी ढेर, सैन्यकर्मी शहीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सुरक्षाबलों ने मंगलवार को एक और बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दक्षिण कश्मीर के त्राल व कुलगाम में दो मुठभेड़ों में तीन कुख्यात आतंकियों को मार गिराया। इनमें अंसार-उल-गजवा-ए-¨हद के चीफ कमांडर जाकिर मूसा का साथी शाकिर हसन डार और लश्कर के मोस्ट वांटेड नवीद जट्ट के करीबी एजाज मकरू और वारिस शामिल हैं। मारे गए अंसार-उल-गजवा-ए-¨हद के डिप्टी चीफ कमांडर शाकिर पर पांच लाख का इनाम था। ये तीनों आतंकी कश्मीर में कई आतंकी वारदात में वांछित थे। इन मुठभेड़ में आतंकियों को मार गिराते एक सैन्यकर्मी शहीद व तीन अन्य सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गए। शहीद की पहचान प्रकाश यादव निवासी बेलगाम कर्नाटक के रूप में हुई है।

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कुलगाम मुठभेड़ : रेडवनी में बीती रात स्वचालित हथियारों से लैस लश्कर कमांडर एजाज मकरू और वारिस अहमद अपने संपर्क सूत्र के पास आए। इसका पता चलते ही सेना की एक आरआर और राज्य पुलिस विशेष अभियान दल के जवानों ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर तलाशी अभियान छेड़ा। जवानों ने आधी रात के बाद आतंकियों के ठिकाने की तरफ आने जाने के सभी रास्ते बंद करते हुए जैसे ही तलाशी शुरू की, एक मकान में छिपे आतंकियों ने उन पर फाय¨रग कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। बताया जाता है कि जवानों के एक दस्ते ने मकान के भीतर दाखिल होकर आतंकियों को मार गिराने का प्रयास किया। इस दौरान एक जवान प्रकाश यादव सीधा फाय¨रग रेंज में आकर जख्मी हो गया। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इसी दौरान आतंकियों द्वारा दागे गए एक यूबीजीएल ग्रेनेड की चपेट में आकर सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर अमित कुमार और कांस्टेबल अविनीश कुमार जख्मी हो गए। दोनों को श्रीनगर स्थित सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में आतंकी ठिकाना बने मकान ने भी आग पकड़ ली और इस दौरान दोनों आतंकी भी मारे गए। एजाज अहमद मकरू को नवीद जट्ट व आजाद अहमद दादा का करीबी बताया जाता है। वह मुठभेड़स्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित कोयमू का रहने वाला था, जबकि वारिस अहमद अरवनी का रहने वाला था।

त्राल मुठभेड़ : हाफू रेशीपोरा में सेना की 42 आरआर, राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने तड़के घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। जैसे ही जवानों ने आतंकी ठिकाने की तरफ कदम बढ़ाए, वहां छिपे आतंकियों ने फायर कर दिया। करीब चार घंटे चली मुठभेड़ में वहां छिपा एक आतंकी मारा गया और एक जवान जख्मी हो गया। मुठभेड़ के दौरान लगी आग में आतंकी ठिकाना बना मकान और उसके साथ सटे दो अन्य इमारती ढांचे भी तबाह हो गए। मारे गए आतंकी की पहचान रठसुन त्राल के शाकिर हसन डार के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान भड़की ¨हसा, सात घायल :

त्राल और कुलगाम मुठभेड़ के दौरान दोनों जगह सुबह बड़ी संख्या में आतंकी समर्थक जमा हो और आतंकियों के लिए सुरक्षित रास्ता तैयार करने व घेराबंदी तोड़ने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने इन लोगों को वहां से खदेड़ने के लिए लाठियों और आंसूगैस का भी सहारा लिया। अलबत्ता, जब आतंकियों की मौत की खबर फैली तो ¨हसक झड़पें और तेज हो गई। ¨हसक प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर सुरक्षाबलों पर कथित तौर पर पेट्रोल बम भी फेंके और उनके वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए अवरोधक भी लगाए। इस दौरान त्राल में सुरक्षाबलों को ¨हसक तत्वों पर काबू पाने के लिए हवा में गोली भी चलानी पड़ी। हालांकि पुलिस ने पुष्टि नहीं की है। सूत्रों के अनुसार, ¨हसक झड़पों में सात लोग जख्मी हुए हैं। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन को त्राल से लेकर कुलगाम तक विभिन्न जगहों पर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने के अलावा श्रीनगर-बनिहाल रेल सेवा को भी बंद करना पड़ा।


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