स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर में बड़ी वारदात की साजिश नाकाम, तीन आतंकी गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो श्रीनगर पुलिस ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दौरान ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलिस ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दौरान ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की हिजबुल मुजाहिदीन की साजिश को नाकाम बनाते हुए मंगलवार को हिज्ब के तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। ये तीनों आतंकी करीब सवा साल पहले आतंकी बने जुनैद सहराई द्वारा श्रीनगर में तैयार किए गए आतंकी माड्यूल का हिस्सा थे। इसी माड्यूल ने पिछले साल दिसंबर में जम्मू बस स्टैंड पर ग्रेनेड हमला करने के अलावा इसी साल जनवरी में श्रीनगर के छन्नपोरा में एक एसपीओ (स्पेशल पुलिस आफिसर) पर भी हमला किया था।
एसएसपी श्रीनगर डॉ. हसीब मुगल ने बताया कि हमें पता चला था कि हिज्ब कमांडर जुनैद सहराई श्रीनगर में अपने किसी माड्यूल को सक्रिय कर रहा है। इसके बाद हमने उससे जुड़े विभिन्न लोगों की निगरानी शुरू कर दी। जल्द ही हमें सफलता मिली और हमने बरजुल्ला और सौरा में अलग-अलग छापों के दौरान तीन लोगों को पकड़ा। इनकी पहचान रशीद लतीफ मीर, आसिफ इकबाल डार और शाहिद हसन डार के रूप में हुई है। इनके पास से एक ग्रेनेड, असाल्ट राइफल के 15 कारतूस, पिस्तौल के दो कारतूस और एक झंडा व कुछ अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं। एससपी ने बताया कि पूछताछ में इन तीनों ने जम्मू बस स्टैंड पर बीते साल दिसंबर माह के दौरान हुए ग्रेनेड हमले के अलावा इसी साल यहां छन्नपोरा में एक एसपीओ पर हमले की वारदात में अपनी संलिप्तता की बात मानी है। इन तीनों ने बताया कि हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर जुनैद सहराई ने ही उन्हें आतंकी वारदातों को अंजाम देने का जिम्मा सौंपा था।
यह पूछे जाने पर कि क्या पकड़े गए तीनों युवक आतंकी संगठन में पूरी तरह सक्रिय थे तो डॉ. हसीब मुगल ने कहा कि यह हिज्ब का सक्रिय आतंकी बनना चाहते थे। इसलिए जुनैद सहराई के लिए काम कर रहे थे। फिलहाल, इन तीनों से पूछताछ की जा रही है और इनके हैंडलर को पकड़ने के लिए उसके ठिकानों पर भी दबिश दी जा रही है। हालांकि एसएसपी ने पकड़े गए आतंकियों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर वारदात को अंजाम दिए जाने की साजिश का हिस्सा होने की पुष्टि नहीं की। कौन है जुनैद सहराई :
जुनैद सहराई कट्टरंपथी और तहरीक-ए-हर्रियत कश्मीर के चेयरमैन मोहम्मद अशरफ सहराई का सबसे छोटा बेटा है। अशरफ सहराई को कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। जुनैद सहराई एमबीए डिग्रीधारी है और वह मार्च 2018 में आतंकी बना था। फिलहाल, वह दक्षिण कश्मीर में सक्रिय है, लेकिन गत सप्ताह उसे श्रीनगर में अपने किसी संपर्क सूत्र के पास देखे जाने की सूचना भी पुलिस को मिली थी।