अगवा दुकानदार का गोलियों से छलनी शव बरामद
आतंकियों द्वारा अगवा किए गए एक दुकानदार का शव शनिवार को हारवन इलाके में बरामद हुआ।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकियों द्वारा गत बुधवार को अगवा किए गए एक दुकानदार का गोलियों से छलनी शव शनिवार को सोपोर के हारवन इलाके में बरामद हुआ। फिलहाल, पुलिस ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा कर शव उसके वारिसों के हवाले कर दिया है और आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया है।
मृतक की पहचान तुज्जर शरीफ सोपोर के रहने वाले तौसीफ अहमद पुत्र अफजल अहमद गनई के रुप में हुई है। वह यूनिसा कस्बे में कसाई की दुकान चलाता था। उसे गत बुधवार को स्वचालित हथियारों से लैस तीन से चार आतंकियों ने उसकी दुकान से अगवा कर लिया था।
पुलिस ने उसी दिन से उसे आतंकियों की चंगुल से मुक्त कराने के लिए एक अभियान भी चला रखा था। उसके परिजनों ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर, आतंकियों से उसे रिहा करने की अपील की थी। उसकी मां ने आतंकियों से कहा था कि अगर उसके बेटे ने कोई गलती की है तो वह उसके लिए माफी मांगती है, उसका बेटा दोबारा कोई गलती नहीं करेगा। लेकिन न पुलिस को आतंकियों का कोई सुराग मिला और न आतंकियों ने तौसीफ को रिहा किया। अलबत्ता, आज हारवन सोपोर के एक बाग में तौसीफ की गोलियों से छलनी लाश मिली।
स्थानीय लोगों ने बाग में शव को देखते ही पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने व उसका पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे उसके वारिसों के हवाले कर दिया।
हालांकि पुलिस ने तौसीफ की आतंकियों द्वारा हत्या किए जाने के कारणों का खुलासा नहीं किया है। लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक आतंकियों को तौसीफ प सुरक्षाबलों का मुखबिर होने का संदेह था। इसके अलावा बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था,जिसमें एक व्यक्ति ने हिज्ब कमांडर रियाज नायकू द्वारा पुलिसकर्मियों व एसपीओ को नौकरी छोडऩे के सुनाए गए फरमान की निंदा करते हुए पूछा था कि क्या रियाज नायकू अपने उन साथियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा जिनके भाई पुलिस में कार्यरत हैं, वह गिलानी और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ क्यों नहीं बोलता जो सरकारी नौकरियों में हैं और हर माह लाखों कमाते हैं। हालांकि इस वीडियो को जाीर करने वाले की पहचान की आज तक पुष्टि नहीं हो पायी, लेकिन कुछ लोगों के मुताबिक, यह आडियो वीडियो तौसीफ ने ही वायरल किया था।