अब इस कारण जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में दक्षिण कश्मीर से घुसपैठ नहीं कर सकेंगे आतंकी
अब किश्तवाड़ इलाके में दक्षिण कश्मीर से घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए रास्ते बंद हो गए हैं। आतंकियों के किश्तवाड़ में प्रवेश करने की संभावनाएं न के बराबर हैं।
किश्तवाड़, बलबीर सिंह जम्वाल। अब किश्तवाड़ इलाके में दक्षिण कश्मीर से घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए रास्ते बंद हो गए हैं। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले को जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले से जोड़ने वाले सिंथन टॉप इलाके में भारी बर्फबारी हो गई है। इससे आतंकियों के किश्तवाड़ में प्रवेश करने की संभावनाएं न के बराबर हैं।
वहीं अगर कोई आतंकी सिंथन टॉप इलाके में पनाह ले कर बैठा है तो उसे भी अब अनंतनाग का ही रुख करना पड़ेगा क्योंकि सिंथन टॉप के साथ लगते मारवा, वाडवन, दक्षिण तथा छात्रु आदि इलाकों के लोग आतंकियों को शरण नहीं देते हैं। इसके कारण कश्मीर से भागा आंतकी सिंथन टॉप इलाके में ज्यादा समय तक नहीं टिक पाता है।
यहां गौर करने वाली बात है कि जब भी दक्षिण कश्मीर में आतंकियों पर सुरक्षाबलों का शिकंजा कसता था तो वह भाग कर सिंथन टॉप के रास्ते से किश्तवाड़ के पहाड़ों में आकर शरण ले लेते थे। सिंथन टॉप के वाइलु का ऊपरी इलाका आतंकियों के लिए सेफ जोन माना जाता है।
सुरक्षाबलों को मिली राहत
सिंथन टॉप का रास्ता बंद होने से सुरक्षाबलों को भी राहत मिली है। ऐसे में किश्तवाड़ इलाके में सक्रिय इक्का-दुक्का स्थानीय आंतकियों को धर-दबोचने में अब ज्यादा परेशानी नहीं होगी। किश्तवाड़ पुलिस ने भी इलाके में सिर्फ तीन आतंकियों की सक्रियता की बात कही है। किश्तवाड़ में सक्रिय ओसामा बिन जावेद और उसके दो साथियों के मारे जाने के बाद किश्तवाड़ से भाग कर हारुन वाणी डोडा और नावेद शाह दक्षिण कश्मीर में सक्रिय हो गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब किश्तवाड़ में अमीन बट उर्फ जहांगीर सरूरी, मुदस्सर और रियाज अहमद ही सक्रिय हैं।
भर्ती की फिराक में जहांगीर
सूत्रों के किश्तवाड़ में आकर सक्रिय हुए आतंकियों के मारे जाने के बाद जहांगीर सरूरी के ओवरग्राउंड वर्कर नए युवाओं को भर्ती कर अपने नेटवर्क में शामिल करने की फिराक में हैं। सूत्र बता रहे हैं कि कुछ युवा उनके बहकावे में भी आए हैं, लेकिन अभी सक्रिय नहीं हुए। हालांकि पुलिस ने अधिकतर ओवरग्राउंड वर्करों को हिरासत में लेकर जहांगीर का नेटवर्क तहस-नहस कर दिया, लेकिन कुछ ओवरग्राउंड वर्कर हैं जो पूरी तरह अंडर ग्राउंड काम कर रहे हैं। वह युवाओं को बहला-फुसला का जहांगीर के नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस व सुरक्षाबल अलर्ट
सूत्रों का कहना है कि नए आतंकियों की भर्ती की सूचना मिलने के बाद पुलिस व सुरक्षाबल भी अलर्ट हो गए हैं। वह किश्तवाड़ में कुछ लोगों की गतिविधियों पर विशेष तौर पर नजर रख रहे हैं। ऐसे में अगर पुलिस व सुरक्षाबलों को नए युवाओं की भर्ती के संबंध में पुख्ता सुबूत मिलते हैं तो आगामी दिनों में किश्तवाड़ में आतंकियों के और समर्थकों की गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। फिलहाल पुलिस किश्तवाड़ में कई लोगों पर नजर रखे हुए है।