जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के नेता माेहिउददीन के घर पर आतंकी हमला, अंगरक्षक शहीद
पुलवामा में नेशनल कांफ्रेंस के नेता गुलाम मोहिउदीन के घर पर आतंकियों ने हमला कर दिया। हमले में नेकां नेता का एक अंगरक्षक शहीद हो गया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सोमवार को नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ और पूर्व विधायक नेता गुलाम माेहिउददीन मीर एक आतंकी हमले में बाल बाल बच गए। लेकिन उनका एक अंगरक्षक शहीद व एक अन्य जख्मी हो गया। आतंकी दोनों सुरक्षाकर्मियों के हथियार भी अपने साथ ले गए हैं। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया है।
आज शाम करीब साढ़े पांच बजे मुरनचौक पुलवामा में स्थित नेकां नेता गुलाम मोहिउददीन के मकान पर स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों ने हमला बोल दिया। बताया जाता है कि नेकां नेता उस समय श्रीनगर में अायोजित पार्टी की एक बैठक में भाग लेने के बाद अपनी सैंट्रो कार में घर लौट रहे थे। जैसे ही वह अपने मकान के दरवाजे पर कार से बाहर निकलने लगे,वहां पहले से ही घात लगाए बैठे आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। नेकां नेता के अंगरक्षकों ने भी तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। उन्होंने आतंकियों की गोलियों से नेकां नेता को बचाते हुए उसे सुरक्षित मकान के भीतर पहुंचाया,लेकिन खुद गंभीर रूप से घायल हो गए। आतंकियों ने दोनों सुरक्षाकर्मियों की सरकारी राइफलें ली और वहां से फरार हो गए।
गोलियों की आवाज सुनकर निकटवर्ती पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शीविरों में मौजूद सुरक्षाकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने नेकां नेता व उसके परिजनों की सुरक्षा का यकीनी बनाते हुए घायल सुरक्षाकर्मियों को तुरंत अस्पताल पहु़ंचाया। अस्पताल में डाक्टरों ने कांस्टेबल मुदस्सर अहमद को शहीद लाया करार दे दिया जबकि दूसरे घायल अंगरक्षक नजीर अहमद को स्थानीय डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए श्रीनगर रेफर कर दिया।
आईजीपी कश्मीर स्वयं प्रकाश पाणि ने पुलवामा में नेकां नेता के मकान पर हुए हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि संरक्षित व्यक्ति व उसके परिजनों की जान बचाते हुए हमारा एक जवान शहीद हो गया हैऔर एक अन्य जख्मी हुआ है। हमलावर आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने मुरन चौक व उसके साथ सटे इलाकों की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। एसएसपी पुलवामा मोहम्मद असलम चौधरी ने बताया कि आतंकी अपने साथ नेकां नेता के अंगरक्षकों के हथियार भी ले गए हैं।
जानें, कौन हैं गुलाम मोहिउदीन मीर
नेकां नेता गुलाम मोहिउदीन मीर नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं में एक हैं। वह वर्ष 1996 में राजपोरा विधानसभा क्षेत्र से नेशनल कांफ्रेंस के टिकट पर चुनाव जीत विधायक बने थे। लेकिन वर्ष 2002 में वह पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार सईद बशीर से चुनाव हार गए। वर्ष 2008 में नेशनल कांफ्रेसं ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इस पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी और बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा। लेकिन दोबारा हार गए। कुछ समय बाद वह दोबारा नेकां में लौट आए और वर्ष 2014 में पार्टी ने उन्हें राजपोरा से दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन वह पीडीपी के उम्मीदवार डॉ हसीब द्राबु से चुनाव हार गए। गुलाम मोहिउददीन मीर पर पहले भी तीन बार आतंकी हमला हो चुका है।