आतंकियों ने अपने साथी के जनाजे में दागी गोलियां
जनाजे में राइफलें लहराते और जिहादी नारों के बीच गोलियां दाग रहे आतंकियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में अपने किसी साथी मौत के बाद उसके जनाजे में शामिल हो उन्हें सलामी देने के लिए गोलियां चलाने की दक्षिण कश्मीर के आतंकियों की प्रवृत्ति अब उत्तरी कश्मीर में भी नजर आने लगी है। इसका खुलासा गत शनिवार को बराथ कलां, सोपोर में आतंकी मिन्नाहजुल के जनाजे में तीन आतंकियों की मौजूदगी से हुआ है। इन जनाजे में एसाल्ट राइफलें लहराते इन आतंकियों ने हवा में गोली चला अपने मारे गए साथी को सलामी दी।
जनाजे में राइफलें लहराते और जिहादी नारों के बीच गोलियां दाग रहे इन तीनों आतंकियों का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है। वीडियो में नजर आने वाले तीनों आतंकी स्थानीय ही हैं। संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह तीनों आतंकी स्थानीय हैं और कुछ समय पहले ही आतंकी बने हैं। जनाजे में भीड़ की आड़ में यह तीनों किसी अपने सुरक्षित ठिकाने की तरफ जाने में कामयाब रहे हैं।
संंबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों द्वारा अपने किसी साथी के जनाजे में शामिल हो उसे सलामी देने के लिए हवा में गोली चलाने की प्रवृत्ति कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकियों में बीते तीन-चार साल में ही शुरू हुई है। पहले भी आतंकी अपने मृतक साथियों के जनाजे में शामिल होते रहे हैं, लेकिन वह चुपचाप आते थे और निकल जाते थे या फिर जनाजे से आम लोगों के निकल जाने के बाद कब्रिस्तान में पहुंचकर अपने साथी को सलामी देने के लिए हवा में गोली चलाते थे।
उन्होंने बताया कि दक्षिण कश्मीर में आतंकियों द्वारा अक्सर इस तरह जनाजो में अपनी उपस्थिति जताई जाती है और इसके जरिए वह किशोर उम्र के लड़कों की भावनाओं को भड़का उन्हें आतंकी बनने के लिए उकसाते हैं। अब यह प्रवृत्ति उत्तरी कश्मीर में भी नजर आने लगी है और इस बात की संभावना जताई जा रही है कि उत्तरी कश्मीर में स्थानीय युवकों की आतंकी संगठनों में भर्ती बढ़ाने के लिए आतंकी इस युक्ति का इस्तेमाल करने लगे हैं।