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मारे गए तीन आतंकियों के शव सौंपने की मांग

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के सुमलर बांडीपोर में गत सप्ताह मारे गए पांच आतंकियो

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 09:29 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 09:29 PM (IST)
मारे गए तीन आतंकियों  के शव सौंपने की मांग
मारे गए तीन आतंकियों के शव सौंपने की मांग

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के सुमलर बांडीपोर में गत सप्ताह मारे गए पांच आतंकियों में से तीन को अपने परिवार का सदस्य बताते हुए परिजनों ने उनके शवों की सौंपने की मांग की है।

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हिजबुल मुजाहिदीन द्वारा मारे गए आतंकियों को स्थानीय बताए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को शोपियां, कुलगाम और कंगन के तीन परिवार बांडीपोर पहुंच गए। इन तीनों परिवारों ने मारे गए तीन आतंकियों को अपने परिवार का सदस्य बताते हुए उनके शवों की मांग की।

आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रवक्ता गाजी बुरहानुदीन ने सोमवार को दावा किया था कि सुमलर में मारे गए पांच आतंकियों में हैदर अली निवासी बराजलु कुलगाम, मोहम्मद उमर निवासी शोपियां, मोहम्मद सिददीक निवासी बांडीपोर, अबु माविया निवासी कंगन और उस्मान निवासी लोलाब शामिल हैं।

शोपियां और कुलगाम से दो परिवार आज जिला उपायुक्त बांडीपोर से मिलने पहुंचे। उन्होंने जिला उपायुक्त को आतंकी बन चुके अपने परिजनों की तस्वीरें दिखाते हुए बताया कि सुमलर मुठभेड़ में मारे गए पांच आतंकियों में दो उनके ही घर के सदस्य थे। लिहाजा उनके शव सौंपे जाएं। जिला उपायुक्त बांडीपोर ने उन्हें हर संभव सहयोग का यकीन दिलाते हुए कहा कि सुमलर में मारे गए सभी आतंकी बारामुला में दफनाए गए हैं। इसलिए जिला उपायुक्त बारामुला से उन्हें मिलना होगा। इसके बाद यह लोग बारामुला गए और उन्होंने शव निकलवाने के लिए एक याचिका कार्यालय में दी।

कंगन के आतंकी माविया के परिजनों ने पुलिस को बताया कि माविया का असली नाम परवेज अहमद टेडवा है और वह वर्ष 2003 से लापता है। मीडिया में छपी तस्वीरों के आधार पर ही उन्होंने उसकी पहचान की है। अधिकारियों ने बताया कि सुमलर में मारे गए आतंकी विदेशी हैं, लेकिन कुछ लोगों ने दावा किया है कि मारे गए आतंकियों में उनके परिजन भी हैं। इसलिए हमने उन सभी लोगों के डीएनए के नमूने लेने का फैसला किया है, जो मारे गए आतंकियों पर दावा जता रहे हैं। जांच में अगर नमूने मेल खाते हैं तो शव परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।


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