कश्मीर की तरह चिनाब घाटी को सुलगाने की थी साजिश
Chenab Valley. पुलिस के हत्थे चढ़े आइएसआइ एजेंट शेहरान शेख उर्फ अब्बू जुबेर से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं।
किश्तवाड़, बलबीर सिंह जम्वाल। कश्मीर की तर्ज पर पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ चिनाब घाटी (डोडा) में आतंकवाद को फिर से सुलगाने की साजिश रच रही है। इसके तहत किश्तवाड़ और उसके आसपास के महत्वपूर्ण व रक्षा ठिकानों पर हमले की साजिश रची जा रही थी। इसके साथ ही आतंकियों की नई भर्तियां करने का प्रयास जारी था। शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़े आइएसआइ एजेंट शेहरान शेख उर्फ अब्बू जुबेर से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।
गौरतलब है कि पिछले महीने किश्तवाड़ में भाजपा नेता अनिल परिहार और उसके भाई की हत्या के बाद यह बात उठ रही थी कि आतंकी अब फिर से चिनाब घाटी को सुलगाने का प्रयास कर रहे हैं। आइएसआइ एजेंट के खुलासों से इन चर्चाओं की पुष्टि हो रही है।
पाकिस्तान और आइएसआइ के संपर्क में होने की बात कुबूली
सूत्रों के अनुसार शेहरान ने कुबूला है कि वह पाकिस्तान के संपर्क में था। पाक में आइएसआइ से जुड़े लोगों को किश्तवाड़, डोडा सहित पूरी चिनाब घाटी की खुफिया जानकारियां भेज रहा था। वह सैन्य शिविरों के अलावा दुलहस्ती पावर स्टेशन, बगलिहार प्रोजेक्ट, चिनैनी नाशरी टनल, पक्कल दुल परियोजना जैसी अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के वीडियो और फोटो भेज चुका है।
इसके अलावा सुरक्षाबलों व उनके ठिकानों को निशाना बनाने का भी प्लान था। वहीं, सुरक्षाकर्मियों से हथियार छीनकर हथियार जुटाने की भी योजना थी। वह सारी जानकारी पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ व हरकत-उल-मुजाहिदीन के अपने आकाओं को देता था।
आतंकी कमांडर जहांगीर के संपर्क में था शेहरान
सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि शेहरान हिजबुल मुजाहिदीन के सबसे पुराने कमांडर जहांगीर सरुड़ी के भी लगातार संपर्क में था। जहांगीर सरुड़ी 1990 से किश्तवाड़ इलाके में सक्रिय है। जिसका अभी तक एजेंसियां पता नहीं लगा पाई है। शेहरान और जहांगीर मिलकर हकरत उल मुजाहिदीन व हिजबुल मॉड्यूल को किश्तवाड़ में फिर से खड़ा करने के लिए काम कर रहे थे। वहीं, आसपास के इलाकों में युवाओं को आंतकी संगठनों में भर्ती करने के लिए भी काम हो रहा था।
कुछ नेताओं ने पुलिस पर दबाव की कोशिश की
शेहरान के संपर्क कुछ बड़ी पार्टियों के नेताओं के साथ भी थे। ऐसे में शेहरान की गिरफ्तारी हुई तो कुछ नेताओं ने पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की। जब उन्हें उसके आइएसआइ एजेंट होने की बात पता चली तो सबने चुप्पी साध ली। पहले उसकी गिरफ्तारी का कारण परिहार बंधुओं के मामले में समझा जा रहा था। शेहरान शहर में किन-किन लोगों के साथ संपर्क था। पुलिस इसकी जानकारी भी जुटा रही है।
अहम जानकारी मिली
शेहरान को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उससे पूछताछ लगातार जारी है। अभी तक की पूछताछ में अहम सैन्य और अन्य ठिकानों के वीडियो और फोटो भेजने की जानकारी मिली है। वहीं, पाकिस्तान में जिन लोगों के संपर्क में था उनके नंबर भी मिले हैं।
- राजेंद्र गुप्ता, एसएसपी किश्तवाड़।