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ख्रियू में मारा गया आतंकी था पाकिस्तानी

पुलवामा जिले के ख्रियू में मारा गया आतंकी पाकिस्तान का रहने वाला था। वह कश्मीर में सात साल से वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसने कश्मीर में जबरन बंद कराए और नागरिकों की हत्या की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 06:56 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jan 2020 08:22 AM (IST)
ख्रियू में मारा गया आतंकी था पाकिस्तानी
ख्रियू में मारा गया आतंकी था पाकिस्तानी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: पुलवामा के ख्रियू में गत बुधवार को मारा गया आतंकी जैश-ए-मोहम्मद का दुर्दात आतंकी सैफुल्ला है। सात साल से कश्मीर में सक्रिय सैफुल्ला पर सुरक्षा एजेंसियों ने सात लाख रुपये का इनाम रखा था। वह अबु़ कासिम के कोड नाम से भी वारदातों को अंजाम दे रहा था।

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सुरक्षाबलों ने पुलवामा जिले के ख्रियू में मंगलवार को आतंकियों को मार गिराने का अभियान चलाया था। तब मुठभेड़ में आतंकी किसी तरह घेराबंदी तोड़कर भाग गए थे। इस मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। अगले दिन बुधवार को सुरक्षाबलों ने जमतराग ख्रियू से करीब दो किमी आगे नगीनदर इलाके में आतंकियों को घेर लिया था। इसके बाद हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था, जबकि उसके अन्य साथी फिर भागने में कामयाब रहे। मारा गया यह आतंकी ही सैफुल्ला है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2013 की शुरुआत में कश्मीर में घुसपैठ कर आया पाकिस्तानी आतंकी सैफुल्ला शुरू में उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले में सक्रिय रहा था। वह जुलाई 2013 में कुपवाड़ा में मारे गए जैश कमांडर कारी यासिर का करीबी था। कारी यासिर के मारे जाने के कुछ समय बाद उसने बारामुला में अपना ठिकाना बनाया। करीब तीन साल पहले उसने दक्षिण कश्मीर को अपना ठिकाना बना लिया। वह जम्मू में आत्मघाती हमलों की साजिश में शामिल रहे त्राल स्थित जैश कमांडर कारी यासिर के साथ ही अकसर रहता था। कारी यासिर दो साल पहले ही मारा गया है। जबरन कराता था बंद, दो नागरिकों की हत्या भी की

सैफुल्ला ने ही गत वर्ष अगस्त में त्राल के ऊपरी क्षेत्र में दो नागरिकों अब्दुल कदीर कोहली और मंजूर अहमद कोहली को अगवा कर मौत के घाट उतारा था। उसने ही त्राल में बीते साल दुकानदार नसीर अहमद की अपने साथियों संग मिलकर हत्या का प्रयास किया था। नसीर गंभीर रूप से जख्मी होने के बावजूद बच गया था। सैफुल्ला दक्षिण कश्मीर के त्राल, अवंतीपोरा, ख्रियु, पांपोर, संबूरा और श्रीनगर के बाहरी हिस्सों में सक्रिय था। वह दक्षिण कश्मीर में जबरन बंद कराने, पु़लिस कर्मियों व एसपीओ को धमकाने और उन्हें नौकरी छोड़ने का फरमान सुनाने के अलावा बाहरी लोगों को कश्मीर छोड़ने की धमकियां देने और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मारपीट की विभिन्न वारदातों में शामिल था। वह सुरक्षाबलों पर फायरिग व ग्रेनेड हमले की दो दर्जन से ज्यादा वारदातों में शामिल रहा है।


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