उड़ी में बहिष्कार पर वोटों की सर्जिकल स्ट्राइक
नवीन नवाज, श्रीनगर : नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे उड़ी में शनिवार को स्थानीय लोगों ने अलगाववाि
नवीन नवाज, श्रीनगर : नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे उड़ी में शनिवार को स्थानीय लोगों ने अलगाववादियों व आतंकियों के चुनाव बहिष्कार पर वोटों की सर्जिकल स्ट्राइक कर सभी को दंग कर दिया। पहले सभी यही मानकर चल रहे थे कि लोग वोट डालेंगे, लेकिन बंपर वो¨टग होगी यह किसी को गुमान नहीं था। न पाकिस्तानी सैनिकों की फाय¨रग का डर था, न आतंकियों का खौफ। अगर था तो सिर्फ अपने लिए ऐसा उम्मीदवार चुनने का जो उनके इलाके को न सिर्फ कश्मीर में बल्कि पूरे देश में विकास का आदर्श बना दे। इसी जोश और ख्वाहिश के चलते मतदान का प्रतिशत 75 का आंकड़ा पार कर गया।
गौरतलब है कि राज्य में जारी निकाय चुनाव के तीसरे चरण में एलओसी से सटे उड़ी में भी स्थानीय नगर समिति के गठन के लिए मतदान हुआ है। अलगाववादियों ने लोगों को मतदान से दूर रहने का फरमान सुना रखा है तो आतंकियों ने वोट डालने या चुनाव लड़ने वालों को मौत के घाट उतारने की धमकी दे रखी है। उड़ी को नेशनल कांफ्रेंस का भी गढ़ माना जाता है। चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस ने चुनावों से दूरी बना रखी है। उड़ी जिस पर एलओसी के पार बैठे पाकिस्तानी सैनिकों की निगाह रहती है, जो आतंकवाद का गढ़ कहलाने वाले बारामुला में ही नहीं घाटी में घुसने वाले जिहादी तत्वों का मुख्य रास्ता है, चुनाव बहिष्कार की सियासत और धमकियों से पूरी तरह अछूता रहा। नगर समिति में 13 वार्ड हैं और किसी भी वार्ड में कोई भी प्रत्याशी निíवरोध नहीं जीता। सुबह छह बजे मतदान शुरू हुआ। पहले एक घंटे में ही 107 मतदाता वोट डालकर अपने घर जा रहे थे। हायर सेकेंडरी स्कूल में बने मतदान केंद्र तीन से बाहर निकल रहे हाजी इनायत खान ने कहा कि अच्छा हुआ जो मतदान सुबह ही शुरू हो गया। मेरे वार्ड में जो चुनाव लड़ रहे हैं, वह सामने नहीं थे,नहीं तो मुश्किल होती अपनी मर्जी से वोट डालने की। जो सामने आता, उसका प्रभाव मेरे वोट पर हो सकता था। दोपहर को अपने पति इकबाल लोन के साथ मतदान के लिए आई नरगिस ने कहा कि यह वोट डालना जरूरी है, अगर हमारा नुमाइंदा सही होगा तभी वह हमारे वार्ड और कस्बे की तरक्की के लिए बेहतर काम करेगा। अगर कोई गलत आदमी जीत गया तो हमारे लिए ही मुश्किल होगी। वह इलाके की तरक्की के लिए कम , अपने लोगों के लिए ज्यादा काम करेगा। भ्रष्टाचार बढ़ेगा। इसलिए मेरा वोट डालना जरूरी है। उड़ी में 3600 मतदाता हैं,जिनमें से 2428 दोपहर एक बजे तक ही मतदान कर चुके थे। मतदान केंद्र में मौजूद एक अधिकारी से जब पूछा गया कि वह कैसा महसूस कर रहा है तो उसने कहा हम सोच रहे थे कि यहां अगर बहुत भी हुआ तो 10-15 प्रतिशत ही वोट पड़ेंगे। यहां तो लोगों में जोश ही बहुत है। शायद ही कोई घर में बैठा हो। यहां तो वोटों की गोलाबारी हो रही है। उड़ी सैन्य ब्रिगेड मुख्यालय से करीब 200 मीटर दूर बाजार में बने मतदान केंद्र के बाहर खड़े एक युवक मीर इमरान से जब हालात पर बातचीत हुई तो उसने कहा कि यहां मतदान देखकर काई भी हैरान होगा। यहां लोग आतंकवाद और अलगाववाद के समर्थक नहीं हैं। सभी उनकी असलियत जानते हैं। जिहादियों और पाकिस्तान को जवाब देने के लिए आम आदमी के पास क्या है, सिर्फ वोट और आज यहां हम लोगों ने वोटों की सर्जिकल स्ट्राइक कर, अपना फैसला सुना दिया है कि हम क्या चाहते हैं। चुनाव बहिष्कार करने वालों को या पाकिस्तान के नाम पर नारा लगाने वालों को अब समझाना चाहिए।