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¨हसक भीड़ पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन में शुक्रवार को आतंकी संगठनों

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 12:15 AM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 12:15 AM (IST)
¨हसक भीड़ पर काबू 
पाने के लिए बल प्रयोग
¨हसक भीड़ पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन में शुक्रवार को आतंकी संगठनों और पाकिस्तान के ध्वज लहराते हुए नारेबाजी कर रही ¨हसक भीड़ पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा, जिससे तनाव पैदा हो गया। इस दौरान पुलिस ने दो पत्थरबाजों को भी पकड़ा। इस बीच,उदारवादी हुíरयत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने लोगों को पंचायत व निकाय चुनावों से दूर रहने की ताकीद करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की भी ¨नदा की।

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दोपहर तक पूरे श्रीनगर में स्थिति लगभग शांत रही, लेकिन दोपहर को जामिया मस्जिद में नमाज ए जुम्मा संपन्न होने के साथ ही बड़ी संख्या में युवकों ने राष्ट्रविरोधी जुलूस निकाला। हाथों में इस्लामिक, पाकिस्तानी और आतंकी संगठनों के झंडे लिए यह युवक कश्मीर की आजादी, गो-इंडिया-गो के नारे लगा रहे थे। इन युवकों ने नौहट्टा चौक के पास पहुंचते ही वहां मौजूद पुलिस व सीआरपीएफ कर्मियों पर बिना किसी उकसावे के पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने पहले तो संयम बरता,लेकिन जब पथराव की तीव्रता बढ़ गई तो उन्होंने भी लाठियों और आंसूगैस का सहारा लेते हुए भीड़ को खदेड़ा। इसके बाद ¨हसक झड़पें नौहट्टा, राजौरीकदल व उससे सटे इलाकों में भी शुरू हो गई जो दोपहर बाद तक जारी रही। ¨हसक झड़पों में किसी के घायल होने की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि चार पत्थरबाज जख्मी हुए हैं।

पथराव के दौरान मस्जिद परिसर के पास सादे कपड़ों में तैनात पुलिसकर्मियों ने दो नामी पत्थरबाजों को भी गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान मोहम्मद मुर्तजा मीर निवासी राजबाग और आदिल फैयाज अहंगर निवासी फैयाज अहमद अहंगर निवासी सौरा के रूप में हुई है।

इससे पूर्व नमाज से पहले जामिया मस्जिद में हुíरयत चेयरमैन मीरवाइज ने अपने खुतबे में लोगों को पंचायत व निकाय चुनावों से दूर रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिजली, पानी व सड़क के मुद्दे का हवाला देते हुए कराए जाएंगे और जब चुनाव हो जाएंगे तो उसके बाद दुनिया को बताया जाएगा कि कश्मीरियों ने भारतीय संविधान के तहत चुनावों में हिस्सा लेकर साबित किया है कि वह ¨हदोस्तान के साथ ही रहना चाहते हैं। मीरवाइज ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा जम्मू कश्मीर के लिए अलग संविधान को एक त्रुटि बताए जाने की निंदा करते हुए कहा कि डोभाल का बयान उनकी कश्मीरियों के प्रति दुराग्रहपूर्ण मानसिकता को ही साबित करता है।


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