श्रीनगर सेंट्रल जेल बनी नया हॉटस्पाट
जेल में 102 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी को बैरकों से जेल परिसर के भीतर बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन ने अब तक 485 कैदियों के सैंपल जांच के लिए प्राप्त किए हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सेंट्रल जेल श्रीनगर भी नया हॉटस्पाट बन गई है। जेल में 102 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी को बैरकों से जेल परिसर के भीतर बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन ने अब तक 485 कैदियों के सैंपल जांच के लिए प्राप्त किए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में तीन महिला कैदी और छह जेलकर्मी भी शामिल हैं। जेल में डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद चरणबद्ध तरीके से जेल में बंद लोगों के सैंपल लिए गए। पहले चरण में 87 लोगों की जांच की गई। इनमें 33 कोरोना पॉजिटिव मिले। यह जांच इसी माह पहले सप्ताह हुई। इस समय जेल में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 102 हो चुकी है।
जेल के वरिष्ठ अधीक्षक तेज राम कटोच के अनुसार 102 कैदियों में कोविड-19 के लक्षण मिले हैं। इनमें तीन महिलाएं भी हैं। उन्होंने बताया कि 485 लोगों के सैंपल जांच के लिए प्राप्त किए गए और इनमें 102 पॉजिटिव पाया गया है। इसके अलावा छह जेल कर्मी भी पॉजिटिव मिले हैं। सभी की स्थिति में सुधार है।
उन्होंने जेल में क्षमता से ज्यादा कैदियों से इन्कार करते हुए कहा कि अधिकांश कैदी विचाराधीन हैं या फिर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत बंद हैं। कई कैदियों को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पैरोल पर रिहा किया जा चुका है।
सेंट्रल जेल श्रीनगर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला जुलाई में सामने आया था। जेल में तैनात एक डॉक्टर में कोविड-19 के लक्षण पाए गए थे। उसके बाद दो और डॉक्टरों में कोरोना का संक्रमण पाया गया। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जेल में तैनात सभी स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटाइन कर दिया।
इससे पूर्व अनंतनाग की जिला जेल में भी जुलाई की शुरुआत में 239 कैदियों और जेल कर्मियों के सैंपल जांच के लिए लिए गए थे। इनमें से करीब 92 कैदी पॉजिटिव मिले थे। श्रीनगर सेंट्रल जेल करीब दो सौ साल पुरानी है। यह रैनावारी काठी दरवाजा इलाके में है। जेल में आधिकारिक तौर पर 360 कैदियों को ही रखे जाने की व्यवस्था है। इसके बावजूद जेल में करीब 500 लोग रखे गए हैं। 10 हजार रोगियों ने लिया टेली रेडियोलॉजी का लाभ
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में शुरूहोने के मात्र दो माह में 10 हजार से ज्यादा रोगियों ने टेली-रेडियोलॉजी का लाभ उठाया है। प्रदेश में टेली रेडियोलॉजी 24 जून को शुरू हुई थी। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि डोडा, रियासी, रामबन, पुंछ, कुपवाड़ा और बांडीपोर में चिन्हित केंद्रों में आने वाले रोगियों ने एक्सरे और सीटी स्कैन रिपोर्ट को समयबद्ध तरीके से प्राप्त किया है। अब तक 10 हजार से ज्यादा एक्सरे रिपोर्ट जारी की जा चुकी हैं। जम्मू कश्मीर प्रदेश के दूर दराज के इलाकां में चिन्हित स्थानों पर राष्ट्रीय निशुल्क निदान की सुविधा शुरू की है। इससे प्रदेश के दूरदराज क इलाकों मं रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। अब उन्हें बिना समय गंवाए और बिना पैेसा खर्च किए बिना सही इलाज प्राप्त हो रहा है। इस प्रक्रिया में अत्याधुनिक तकनीक, उपकरण, विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह के सहारे ग्रामीण व दूर दराज के इलाकों में रोगी देखभाल का बेहतर प्रबंधन सुनिशचित बनाया जारहा है। टेली रेडियोलॉजी सेवाओं को प्रदेश में रेडियोलाजिस्ट की कमी से निपटने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। प्रदेश में इस योजना के पहले चरण में छह जिला अस्पतालों समेत 53 स्वास्थ्य केंद्रों को चिन्हित किया गया है। इन केंद्रों में एक्सरे और रेडियोलॉजी की सेवाएं 24 घंटे निशुल्क उपलब्ध करायी जाती हैं।