जम्मू-कश्मीर में 10 हजार पदों के लिए छह लाख लोग देंगे परीक्षा, सर्विस सिलेक्शन बोर्ड कर रहा तैयारी
चतुर्थ श्रेणी के 8575 पदों के लिए 404475 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इसके अलावा पंचायतों में अकाउंट असिस्टेंट के 1885 पदों के लिए 190045 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। कुल 10460 पदों के लिए 594520 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में करीब छह लाख से अधिक बेरोजगार युवा लिखित परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा अक्टूबर के आखिरी सप्ताह या नवंबर में होगी। परीक्षाओं को सुचारू रूप से करवाने के लिए सर्विस सिलेक्शन बोर्ड तैयारियां कर रहा है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 10460 पदों को भरने के लिए यह पहला बड़ा अभियान होगा। इसके लिए करीब छह लाख लोगों ने आवेदन किया है।
आम लोगों का प्रदेश प्रशासन पर बढ़ रहा है विश्वास
यह दिखाता है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्रशासन पर विश्वास बढ़ रहा है। बता दें कि चतुर्थ श्रेणी के 8575 पदों के लिए 404475 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इसके अलावा पंचायतों में अकाउंट असिस्टेंट के 1885 पदों के लिए 190045 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। कुल 10460 पदों के लिए 594520 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में कभी एक साथ इतनी बढ़ी संख्या में युवाओं ने परीक्षा नहीं दी है। दस हजार पदों को भरने का अभियान पूर्व जम्मू कश्मीर में कभी नहीं चलाया गया। सरकार ने पदों को भरने के लिए पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है। सिर्फ लिखित परीक्षाओं के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन होगा। इनमें साक्षात्कार नहीं होंगे।
इतने ज्यादा पदों को भरने के लिए पहली बार चलाया गया अभियान
चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए योग्यता दसवीं और बारहवीं कक्षा पास रखी गई है। वहीं, अकाउंट असिस्टेंट पदों के लिए स्नातक की डिग्री योग्यता रखी गई है। उम्मीदवारों को चयन लिखित परीक्षा में मेरिट के आधार पर ही होगा। इसके लिए उम्मीदवारों को कड़ी प्रतिस्पर्धा से गुजरना होगा।
मुर्मू के प्रयास से शुरू हुई थी पद भरने की तैयारी
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के प्रयासों से दस हजार से अधिक पदों को भरने की तैयारी की गई थी। बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर से पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को हटाए जाने की घोषणा के करीब एक साल बाद तक पद भरने को लेकर कोई अभियान शुरू नहीं हुआ था। ऐसे में जम्मू-कश्मीर पब्लिक सर्विस कमीशन का पुनर्गठन किया गया। वहीं अब यह भर्ती अभियान चलाया गया है।