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Kashmir Situation: पीसी अध्यक्ष सज्जाद और पीडीपी नेता वहीद एमएलए हॉस्टल से रिहा, घर में किए नजरबंद

श्रीनगर स्थित एमएलए हॉस्टल में एहतियात बंद किए गए इन नेताओं को आज दोपहर बाद रिहा कर दिया गया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 02:38 PM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 06:23 PM (IST)
Kashmir Situation: पीसी अध्यक्ष सज्जाद और पीडीपी नेता वहीद एमएलए हॉस्टल से रिहा, घर में किए नजरबंद
Kashmir Situation: पीसी अध्यक्ष सज्जाद और पीडीपी नेता वहीद एमएलए हॉस्टल से रिहा, घर में किए नजरबंद

श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुधवार को पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सज्जाद गनी लोन और पीडीपी नेता वहीद उल रहमान परा को श्रीनगर स्थित एमएलए हॉस्टल से रिहा कर उनके घरों में ही नजबंद कर दिया है।एमएलए हॉस्टल में अब करीब 13 नेता ही हिरासत में रह गए हैं। सज्जाद लोन और पीडीपी प्रमुख महबूबा के करीबी माने जाने वाले वहीद पारा को दोपहर बाद नजरबंदी से रिहा किया गया। 

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केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य प्रशासन ने वादी में लगातार सुधरते हालात के बीच गत मंगलवार को भी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के पूर्व विधायक और एक ट्रेड यूनियन नेता को एहतियातन हिरासत से मुक्त कर दिया। इसी कड़ी में गत रविवार को भी प्रशासन ने नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के चार नेताओं को रिहा किया था।

गत मंगलवार को रिहा हुए नेताओं में पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर शामिल थे जो जिला शोपियां में वाची विधानसभा क्षेत्र से 2014 में चुनाव जीते थे। एजाज मीर के घर से ही अक्तूबर 2018 में उनका एक अंगरक्षक आदिल सात सरकारी राइफलें लेकर आतंकियों से जा मिला था। वह गत माह ही सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। मीर के साथ रिहा किए गए ट्रेड यूनियन नेता डाॅ शकील कलंदर प्रधानमंत्री द्वारा जम्मू कश्मीर में आर्थिक सुधारों पर गठित कार्यबल के सदस्य भी रह चुके हैं।

पीडीपी नेता एजाज मीर और शकील कलंदर दोनों ही सबसाईडरी जेल एमएलए हास्टल में गत नवंबर से बंद थे। पहले इन लोगों को सबसाईडरी जेल सेंटूर होटल में रखा गया था। इन्हें भी प्रशासन ने गत पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को लागू किए जाने के मददेनजर एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया था। अगस्त माह की शुरुआत में प्रशासन ने गैर भाजपा सभी राजनीतिक दलों के लगभग 300 सभी प्रमुख नेताओं व कार्यकर्त्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया था या फिर उन्हें नजरबंद बनाया गया था।

सेंटूर होटल में शुरु में 57 प्रमुख राजनीतिक नेताओं को रखा गया था। इनमें से कईयोंको रिहा कर दिया गया था और नवंबर में जब सेंटूर में रखे गए नेताओं को एमएलए हास्टल में स्थानांतरितक किया गया था तो सिर्फ 33 नेता ही एहतियातन हिरासत में रह गए थे। नवंबर माह के बाद भी एमएलए हॉस्टल से कई नेताओं को रिहा किया गया है। संबधित अधिकारियों ने बताया कि पूर्व विधायक एजाज मीर और डा शकील कलंदर को भी एक सिक्याेरिटी बांड के आधार पर ही रिहा किया गया। इसमें इन दोनों ने जम्मू-कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में संपूर्ण सहयोग का यकीन दिलाया है।

फिलहाल, एमएलए हास्टल में अब 13 लोग ही हिरासत में रह गए हैं। इनमें नेकां नेता अली मोहम्मद सागर, पीडीपी के नईम अख्तर और जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के डाॅ शाह फैसल के नाम उल्लेखनीय हैं। जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्री भी पांच अगस्त से बंद हैं, लेकिन इन्हें एमएलए हॉस्टल में नहीं रखा गया है।

पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती फिलहाल ट्रांस्पोर्ट लेन में एक सरकारी गेस्ट हाऊस में हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने घर के पास गुपकार पर स्थित एक सरकारी बंगले में रखे गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डा फारुक अबदुल्ला को पीएसए के तहत उनके ही घर में बंदी बनाकर रखा गया है।


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