नेकां व पीडीपी चुनाव से डर रहे : राम माधव
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने मंगलवार को नेशनल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने मंगलवार को नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को अवसरवादी करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह दोनों दल चुनावों से डर रहे हैं और सत्ता का विकेंद्रीयकरण नहीं चाहते हैं। इसलिए अनुच्छेद 35-ए का बहाना बनाकर चुनाव लड़ने से इन्कार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राज्य में निकट भविष्य में होने जा रहे निकाय व पंचायत चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति तय करने के लिए राममाधव जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। बुधवार को वह जम्मू संभाग का दौरा करेंगे। आज यहां कश्मीर घाटी में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ निकाय व पंचायत चुनावों की रणनीति तय करने के बाद राममाधव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो प्रमुख राजनीतिक दल नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नाकाम बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पंचायत व निकाय चुनाव आम लोगों को सशक्त बनाने और लोकतंत्र को निम्न स्तर तक मजबूत बनाने के लिए हो रहे हैं, लेकिन यह दोनों दल जिन्होंने लंबे समय तक राज किया है, नहीं चाहते कि आम लोगों के हाथ में सत्ता जाए। सत्ता और अधिकारों का विकेंद्रीयकरण हो। इसलिए वह चुनावों से पीछे हट रहे हैं।
राममाधव ने कहा कि यहां जब भी चुनावों का शेड्यूल घोषित होगा, हम चुनाव लड़ेंगे। हमारे नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह तैयार हैं। हम नेकां और पीडीपी से अपील करेंगे कि वह चुनाव बहिष्कार के अपने फैसले पर पुनर्विचार कर चुनावों में हिस्सा लें। अनुच्छेद 35-ए को लेकर अगर यह गंभीर होते तो फिर करगिल में चुनाव नहीं लड़ते। करगिल में जिस समय हिल काउंसिल के चुनाव हुए उस समय भी अनुच्छेद 35-ए पर मामला अदालत में विचाराधीन था। यह लोग चुनावों में भाग लेने से डर रहे हैं।
आतंकियों द्वारा पंचायत व निकाय चुनावों में भाग लेने वालों को निशाना बनाए जाने की धमकी की तरफ ध्यान दिलाने पर भाजपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आतंकी तो हमेशा से ही यहां लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं। यह नई बात नहीं है। हमें उम्मीद है कि यहां राज्य प्रशासन एक सुरक्षित, शांत और विश्वासपूर्ण माहौल में चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
अनुच्छेद 35-ए के संदर्भ में भाजपा के पक्ष के बारे में किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से बचते हुए उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है। अदालत का फैसला आने दीजिए। भाजपा द्वारा रियासत में अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाए जाने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में हम ऐसा कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। हमने किसी से संपर्क नहीं किया है। अगर कोई अन्य दल सरकार बनाने का प्रयास कर रहा है तो मैं उसके बारे में कुछ नहीं कह सकता।
कश्मीर में शांति और कश्मीर समस्या के समाधान के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यहां राज्यपाल हैं, वह सभी राजनीतिक दलों से मिलेंगे। उन्होंने सभी से मुलाकात की है। सभी को समय दिया है और सभी को सुना है।