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कश्मीर में निजी वाहन चालकों को प्रतिदिन सिर्फ तीन लीटर ईधन

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के यातायात के लिए बहाल होने तक कश्मीर

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 02:47 AM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 02:47 AM (IST)
कश्मीर में निजी वाहन चालकों को प्रतिदिन सिर्फ तीन लीटर ईधन
कश्मीर में निजी वाहन चालकों को प्रतिदिन सिर्फ तीन लीटर ईधन

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के यातायात के लिए बहाल होने तक कश्मीर में अब निजी वाहन चालकों को प्रतिदिन पेट्रोल पंप से तीन लीटर, जबकि व्यावसायिक वाहनों को 10 लीटर ईधन मिलेगा। मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने वीरवार को यह निर्देश दिए।

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उन्होंने उच्चस्तरीय बैठक में कश्मीर में हिमपात से पैदा हालात से निपटने के कार्यो और तैयारियों का जायजा लिया। गौरतलब है कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बीते एक माह के दौरान अधिकांश समय बंद ही रहा है। वीरवार को भी राजमार्ग लगातार दूसरे दिन बंद रहा। इससे कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं की आपूíत प्रभावित हो रही है। बीते दो दिनों से जारी हिमपात ने पूरे कश्मीर में जनजीवन और आवश्यक सेवाओं पर असर डाला है।

मंडलायुक्त ने ईधन की आपूíत संबंधी विभिन्न कंपनियों और जिला प्रशासन को जारी निर्देश की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कदम वादी में ईधन की उपलब्धता को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। सभी पेट्रोल पंप मालिकों, संबंधित कंपनियों और जिला उपायुक्तों से कहा गया है कि वह निजी वाहनों के लिए प्रतिदिन तीन लीटर ही पेट्रोल या डीजल प्रदान करें। जबकि सार्वजनिक व व्यावसायिक वाहनों के लिए 10 लीटर डीजल प्रतिदिन तय की गई है।

इंडियन ऑयल, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम व भारत पेट्रोलियम समेत सभी कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वह किसी भी पंप को प्रतिदिन एक हजार लीटर से ज्यादा ईधन प्रदान न करें। उन्हें सभी सरकारी वाहनों, एंबुलेंस, बर्फ हटाने में जुटी मशीनों, डिवाट¨रग पंपों से ईधन का अलग कोटा बनाए रखने को कहा गया है।

इस बीच, मंडलायुक्त ने कश्मीर में हिमपात से पैदा हालात पर घाटी के सभी जिला उपायुक्तों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में बताया गया कि सभी जिलों में महत्वपूर्ण सड़कों से बर्फ को प्राथमिकता के आधार पर हटाया जा रहा है। हिमस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में बचाव कर्मियों के दल तैनात कर दिए गए हैं। सभी अस्पतालों में सामान्य रूप से काम हो रहा है। डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मी नियमित रूप से ड्यूटी कर रहे हैं। सभी जिलों में आवश्यक वस्तुओं की कोई किल्लत नहीं है। हिमपात से पैदा हालात से निपटने के लिए सभी जिला नियंत्रण कक्ष चौबीस घंटे क्रियाशील हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्षेत्रीय दल बनाए गए हैं। विभिन्न विभागों के संयुक्त नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं, जबकि प्रत्येक जिला उपायुक्त के कार्यालय में एक मुख्य नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जहां से राहत व अन्य कार्यो की निगरानी हो रही हे।

मंडलायुक्त ने सभी सड़कों को जल्द साफ करने और बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) की मदद से बर्फ हटाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा वादी के सभी इलाकों में सड़कों को वाहनों के आवागमन योग्य बनाने के लिए सभी कदम उठाए जाएं। निचले इलाकों में जलभराव से बचने के लिए डिवाट¨रग पंपों से काम लिया जाए। मंडलायुक्त ने सभी जिला उपायुक्तों को अपने कार्याधिकार क्षेत्र में कालाबाजारियों और जमाखोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और अपने जिले की रिपोर्ट नियमित रूप से मंडलायुक्त कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए।


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