कश्मीर में इस सर्दी में बिजली कटौती से छुटकारे की तैयारी
कश्मीर में इस बार सर्दी और बर्फबारी के दौरान बिजली की निर्बाध आपूर्ति की तैयारी हो रही है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए बिजली विभाग को रोडमैप तैयार करने का निर्देश दिया है। इस कवायद में पुराने तारों और बिजली के क्षतिग्रस्त खंभों को बदला जाएगा।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कश्मीर में इस बार सर्दी और बर्फबारी के दौरान बिजली की निर्बाध आपूर्ति की तैयारी हो रही है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए बिजली विभाग को रोडमैप तैयार करने का निर्देश दिया है। इस कवायद में पुराने तारों और बिजली के क्षतिग्रस्त खंभों को बदला जाएगा। सभी तहसील से लेकर जिला मुख्यालय तक ट्रांसफार्मरों और अन्य आवश्यक उपकरणों का बफर स्टाक तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक इलाके में बिजली खपत की समीक्षा होगी। बिजली चोरी रोकने के लिए लाइनमैन और इंस्पेक्टर से लेकर इंजीनियर तक की जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा गया है।
बिजली विभाग के प्रधान सचिव रोहित कसंल ने बताया कि कश्मीर में हिमपात के कारण बिजली तार टूट जाते हैं, खंभे गिर जाते हैं और ट्रांसफार्मर अक्सर खराब हो जाते हैं। इससे कई इलाकों में 10 से 15 दिनों तक बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष जन प्रतिनिधिमंडलों ने भी कई बार यह मुद्दा उठाया है। उपराज्यपाल ने इस बारे में सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि अतीत के अनुभवों को ध्यान में रखकर रोडमैप तैयार कर रहे हैं। मीटर और बिना मीटर वाले इलाकों में बिजली की खपत का ब्यौरा जुटाया गया है।
कंसल ने बताया कि एचटी और एलटी ट्रांसमिशन की सभी पुरानी लाइनों को बदलने का निर्देश है। लकड़ी के सभी पुराने खंभे भी बदले जा रहे हैं। इसके लिए 40 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। ट्रांसफार्मरों के बफर स्टाक की व्यवस्था की जा रही है। क्षेत्रीय और केंद्रीय वर्कशॉप के लिए 17 करोड़ की योजना तैयार की गई है। कंडक्टर और खंभों का भी भडारण किया जा रहा है। कई जगह बिजली के तारों को भूमिगत किया गया है। बिजली आपूर्ति कनेक्शन के लिए लोहे की तार बदले जा रहे हैं।