अब आतंकियों ने कांस्टेबल सलीम को अगवा कर मार डाला
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकियों ने एक बार फिर कायराना हरकत की है। कश्मीर में पहले से
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकियों ने एक बार फिर कायराना हरकत की है। कश्मीर में पहले सेना के जवान औरंगजेब फिर पुलिसकर्मी जावेद और अब सलीम शाह को भी आतंकियों ने अगवा कर गोलियों से भून डाला। पुलिसकर्मी सलीम शाह कुलगाम स्थित अपने घर में छुट्टी बिताने आए थे। फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने इस वारदात की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी जहूर ठोकर को जिम्मेदार ठहराया है। जहूर सेना का भगोड़ा है जो पिछले साल आतंकी बना था।
कुलगाम (जम्मू कश्मीर)के मुतलहामा गांव में शुक्रवार रात स्वचालित हथियारों से लैस तीन से चार आतंकी आए। आतंकियों ने अब्दुल गनी शाह के मकान की निशानदेही की और भीतर दाखिल हो गए। बताया जाता है कि आतंकियों ने अब्दुल गनी व उनके परिवार के सभी सदस्यों को एक जगह जमा किया और फिर उनके पुत्र मुहम्मद सलीम शाह को अपने साथ चलने को कहा। सलीम शाह राज्य पुलिस में कांस्टेबल थे। वह कुछ समय पहले ही विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) से बतौर कांस्टेबल नियमित हुए थे। परिवार के अन्य सदस्यों ने जब विरोध किया तो आतंकियों ने सभी को जान से मारने की धमकी देते हुए चुप रहने को कहा। उन्होंने कहा कि वे मुहम्मद सलीम शाह को पूछताछ के बाद रिहा कर देंगे। इसके बाद आतंकी उन्हें अपने साथ ले गए। सलीम कुछ दिन पहले ही छुट्टी लेकर घर आए थे। पुलिसकर्मी के अपहरण की खबर मिलते ही सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त कार्यदल ने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया, लेकिन सलीम का कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे कोयमू के पास स्थित ओडीपोरा घाट में स्थानीय लोगों ने सलीम का गोलियों से छलनी शव देख पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने सलीम शाह का शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया।
गौरतलब है कि 14 जून को आतंकियों ने पुलवामा से ईद पर पुंछ में घर लौट रहे सेना के जवान औरंगजेब को भी अगवा कर मार डाला था। उसके बाद छह जुलाई को शोपियां के बेइल कचडूरा गांव में आतंकियों ने पुलिस कांस्टेबल जावेद अहमद डार की भी अगवा कर हत्या कर दी थी।