घाटी में पेट्रोल व डीजल की आपूíत बहाल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में पेट्रोल और डीजल की आपूíत बहाल हो गई है। सभी पेट्रोल पंपों पर
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में पेट्रोल और डीजल की आपूíत बहाल हो गई है। सभी पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल व डीजल उपलब्ध हैं, लेकिन पेट्रोल व डीजल के लिए लोगों की लंबी कतारों से पता चलता है कि संकट की आशंका बनी हुई है।
हालात को देखते हुए प्रशासन ने पेट्रोल, डीजल व केरोसीन की आपूर्ति के नियमन पर जोर देते हुए जमाखोरों और कालाबाजारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश जारी किया है। सभी पंप मालिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह सिर्फ वाहनों की टंकियों में ही पेट्रोल या डीजल भरें। किसी बर्तन, कैन या ड्रम में नहीं। ऐसा करने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
गौरतलब है कि कश्मीर और जम्मू संभाग की जीवन रेखा कहलाने वाला 300 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग गत जनवरी से भूस्खलन के चलते अक्सर बंद ही रहा है। सामान्य वाहनों की आवाजाही के लिए आज भी राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा है। इसे सिर्फ आंशिक तौर पर ही वाहनों के लिए खोला गया है। सिर्फ कश्मीर के लिए सप्लाई लाइन के वाहनों को ही प्राथमिकता दी गई है। दो दिन में पेट्रोल, डीजल व एलपीजी के 495 ट्रक और टैंकर पहुंचे
राजमार्ग के बंद रहने से कश्मीर में जरूरी वस्तुओं विशेषकर पेट्रोलियम पदार्थो और एलपीजी का संकट पैदा हो गया था। प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए पेट्रोल, डीजल व एलपीजी की राशनिग का आदेश जारी किया था। इसके बावजूद कई पेट्रोल पंप सूख गए। सिर्फ श्रीनगर जिले में 46 पेट्रोल पंपों में आधे से ज्यादा गत मंगलवार तक बिना पेट्रोल थे। यही स्थिति वादी के अन्य जिलों की रही है। बीते दो दिनों में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के लगभग 495 ट्रक और टैंकर कश्मीर में पहुंचे हैं। इनमें से 274 ट्रक व टैंकर गत बुधवार को वादी में दाखिल हुए हैं। 300 ट्रक और टैंकर वादी में हो जाएंगे दाखिल
वीरवार रात तक करीब 300 ट्रक और टैंकर वादी में दाखिल हो जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब पांच बजे तक 180 ट्रक पेट्रोलियम पदार्थ लेकर जवाहर सुरंग पार कश्मीर में दाखिल हो चुके थे। शेष 120 ट्रक बनिहाल और नौगाम के बीच हैं, जो श्रीनगर की तरफ बढ़ रहे हैं। पेट्रोलियम पदार्थो की आपूर्ति बहाल होने के साथ ही श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न हिस्सों में स्थित पेट्रोल पंपों पर सुबह सवेरे लोग अपने वाहन लेकर पहुंच गए। कई लोग कैन और गैलन लेकर भी पहुंचे। कई पेट्रोल पंपों पर कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिस को भी बुलाना पड़ा। हालांकि अलगाववादियों के बंद से कश्मीर में जनजीवन प्रभावित था, लेकिन पेट्रोल पंपों पर जुटी भीड़ बंद को नाकाम बनाती नजर आई। सुबह छह बजे पंप खोलते ही भीड़ जुट गई : अमृत सिंह
अमृत सिंह नामक युवक ने कहा कि मैं सुबह आठ बजे से यहां छन्नपोरा पंप पर हूं। लगभग दो घंटे बाद दस बजे मेरा नंबर आया है। मैं तो टंकी फुल कराना चाहता था, लेकिन पंप ऑपरेटर ने कहा कि सिर्फ 15 लीटर ही दिया जाएगा। नौगाम-पुलवामा सड़क पर स्थित बरकत फिलिग स्टेशन के मालिक बरकत हुसैन बट ने कहा कि हमने सुबह छह बजे पंप खोला। उसी समय यहां भीड़ जुट गई। पेट्रोल के दो टैंकर आए थे, लेकिन दोपहर तक दोनों बिक गए। संकट नहीं है क्योंकि देर रात तक और सप्लाई आ रही है। पिछले कुछ दिनों तक जिस तरह यहां पेट्रोल की कमी रही है, उससे लोग डरे हैं। अब हाईवे पर सप्लाई बहाल होने से पेट्रोल व डीजल की कमी नहीं रहेगी। पेट्रोल पंप पर हालात काबू करने के लिए पुलिस दस्ता भेजना पड़ा : जावेद
थाना प्रभारी परिपोरा जावेद हुसैन ने कहा कि मेरे कार्याधिकार क्षेत्र में तीन पेट्रोल पंप हैं। दो पर मुझे हालात काबू करने के लिए थाने से पुलिस दस्ता भेजना पड़ा है। अब लोगों को यकीन हो गया है कि पेट्रोल का संकट नहीं है। मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। सप्लाई लाइन बहाल हो चुकी है। हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पेट्रोल व डीजल की कालाबाजारी और जमाखोरी रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।