Kashmir: बर्फ में फंसे लाेगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया, प्रशासन ने सतर्क रहने को कहा
वादी के बड़गाम, कुपवाड़ा, बारामूला, बांडीपुर, गांदरबल, अनंतनाग, शोपियां व कुलगाम जिलों के उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी दी गई है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पिछले दो दिनों से वादी में हो रही भारी बफर्बारी ने जिला प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। हिमस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील इलाकों में खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने अभी से बचाव कार्य शुरू करते हुए वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया है। वीरवार सुबह मध्य कश्मीर बड़गाम के खाग व दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के वालटेंगनू नाड़ इलाके की रिहायशी बस्तियों को खाली करवा वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की तरफ पहुंचाया गया।
पुलिस ने तड़के ही बड़गाम जिले के खाग क्षेत्र में कुकरबाग इलाके से 7 परिवारों को बचा उन्हें सुरिक्षत स्थान पर पहुंचा दिया। बताया जाता है कि कुकरबाग एक पहाड़ की तलहटी में बसा एक छोटा सा गांव है। वहां सात परिवार (कुल 28 सदस्य) तीन फीट बर्फ के बीच फंस गए थे। सूचना मिलते ही पुलिस का एक दल वहां पहुंचा और इन सातों परिवारों को बचा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया। पुलिस अधिकारी मुजफ्फर अहमद ने बताया कि बचाए गए इन लोगों को फिलहाल पुलिस थाने के परिसर में ही बने क्वाटर में ठहराया गया है। खानपान व अन्य आवश्य वस्तुएं भी उपलब्ध कराई गई है।
उधर दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के वालटेंगनू नाड़ में भी पुलिस ने बचाव अभियान शुरू कर नाड़ में रहने वाले 11 परिवारों को बचा उन्हें सुरिक्षत स्थान पर पहुंचाया। पुलिस थाना काजीगुंड के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इन 11 पिरवारों (42 सदस्य) को एक स्कूल में ठहराया गया है। वालटेंगनू नाड़ में तकरीबन साढ़े तीन से चार फीट बर्फ है। इसके अलावा वादी के बड़गाम, कुपवाड़ा, बारामूला, बांडीपुर, गांदरबल, अनंतनाग, शोपियां व कुलगाम जिलों के उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी दी गई है और प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को पहले ही सतर्क रहने को कहा है।
प्रशासन ने स्थापित की हेलप्लाइन
बर्फबारी से उत्पन्न हुई स्थित को देखते हुए लोगों की सहायता के लिए प्रशासन ने वादी के तमाम जिलों में हेल्पलाइनें स्थापित कर दी हैं। जरूरत पड़ने पर लोगों को इन हेल्प लाइनों से संपर्क करने को कहा है। साथ ही बिजली, सिंचाई, बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग, खाद्य एवं आपूिर्त विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को अपनी अपनी ड्यूटी पर हाजिर रहने के आदेश दिए हैं।