पीडीपी के बागियों का ट्वीटर पर अनुसरण रद
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अंतर्कलह से जूझ रही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने बेशक अभी तक पाटी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अंतर्कलह से जूझ रही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने बेशक अभी तक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाले बागी नेताओं के खिलाफ प्रत्यक्ष तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन बागियों में से कुछ का पार्टी के आधिकारिक हैंडल का अनुसरण रद कर दिया गया है। पीडीपी की यह कार्रवाई बागियों के पर कुतरने और उनके साथ किसी तरह की सुलह न होने की तरफ ही संकेत करती है।
पीडीपी के आधिकारिक हैंडल जेकेपीडीपी के फॉलोअर (अनुसरण करने वाले) की संख्या 23 हजार है। पीडीपी खुद 17 ट्वीटर हैंडल को फॉलो करती है। पीडीपी जिन ट्वीटर हैंडल का अनुसरण करती है, उनमें से कुछ पार्टी नेताओं, विधायकों, पत्रकारों और अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा के ट्वीटर हैंडल हैं। इस सूची में पीडीपी के सात बागियों जिनमें पांच विधायक आबिद अंसारी, इमरान रजा अंसारी, जावेद हसन बेग, अब्बास वानी और अब्दुल मजीद पडर के अलावा दो एमएलसी यासिर रेशी व सैफुद्दीन बट के ट्वीटर हैंडल शामिल नहीं हैं।
हालांकि राजा मंजूर खान, हसीब द्राबु, एजाज अहमद मीर, चौधरी जुल्फिकार व अब्दुल हक खान समेत पांच विधायकों के अलावा दो एमएलसी नईम अख्तर व फिरदौस टाक के ट्वीटर हैंडल का पार्टी के आधिकारिक हैंडल द्वारा अनुसरण किया जा रहा है। पार्टी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती और पार्टी के युवा प्रधान वहीद-उर-रहमान पारा के ट्वीटर हैंडल का भी अनुसरण किया जा रहा है।
पीडीपी के मीडिया सेल से जुड़े एक युवा नेता जो उत्तरी कश्मीर से संबंधित हैं, ने बताया कि पार्टी का आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पहले इमरान अंसारी और यासिर रेशी के ट्वीटर हैंडल का अनुसरण करता रहा है। कई बार इन नेताओं के ट्वीट का जवाब भी दिया गया है, लेकिन अब न सिर्फ इन नेताओं के ट्वीट को रिटवीट करना बंद किया गया है बल्कि इनका अनुसरण भी बंद कर दिया गया है। इन्हें अनफॉलो किया गया है। उन्होंने बताया कि बागियों को अनफॉलो करने का फैसला पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ही लिया है। इसे उनके खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत माना जा सकता है। आने वाले दिनों में इन लोगों के खिलाफ कुछ और कदम उठाए जाने वाले हैं।
पार्टी प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने कहा कि कुछ लोग पार्टी की नीतियों के खिलाफ ट्वीटर का इस्तेमाल कर रहे थे। इसलिए उन्हें अनफॉलो किया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या बागियों को निलंबित या निष्कासित किया जाएगा तो उन्होंने कहा कि विकल्प सामने है। हम कोई भी कदम उठाने से पहले सभी को मौका दे रहे हैं। हालात की समीक्षा की जा रही है।