बर्फबारी से पूर्व पाकिस्तान बड़े पैमाने पर घुसपैठ की रच रहा साजिश
खुफिया एजेंसियों द्वारा जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों और गुलाम कश्मीर में बैठे आतंकी सरगनाओं व पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ द्वारा प्रदेश में हालात बिगाड़ने लिए रची जा रही साजिशों के संदर्भ में रिपोर्ट पेश की गई।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पाकिस्तान बर्फबारी से पूर्व प्रदेश में बड़े पैमाने पर घुसपैठ की साजिश रच रहा है। जिला विकास परिषदों और पंचायत उपचुनाव से पूर्व सुरक्षा एवं विश्वास का माहौल बनाए रखने और कश्मीर घाटी में घुसपैठ की साजिशों से निपटने की रणनीति को मंगलवार को कश्मीर के कोर सुरक्षा समूह की बैठक में अंतिम रुप दिया गया। बैठक में स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती पर पूर्ण रोक लगाने और हथियार डालने वाले आतंकियों की कानूनी मदद व पुनर्वास संबंधी मुददों पर भी विस्तार से चर्चा हुई है।
बैठक में जिला विकास परिषद के चुनाव के लिए तैयार किए जा रहे सुरक्षातंत्र के रोडमैप पर विस्तार से चर्चा हुई है। इस दौरान खुफिया एजेंसियों द्वारा जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों और गुलाम कश्मीर में बैठे आतंकी सरगनाओं व पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ द्वारा प्रदेश में हालात बिगाड़ने लिए रची जा रही साजिशों के संदर्भ में रिपोर्ट पेश की गई। इसके आधार पर सिक्योरिटी ग्रिड को मजबूत बनाने का फैसला लिया गया। बैठक में बताया गया कि अगले कुछ दिनों के दौरान एलओसी पर आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिशों में तेजी लाई जा सकती है। घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तानी सेना की ओर से जंगबंदी के उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। पाकिस्तानी सेना और आतंकी सरगनाओं का मकसद है कि हिमपात के कारण घुसपैठ के रास्ते बंद होने से पहले ही ज्यादा से ज्यादा संख्या में आतंकियों को कश्मीर में धकेला जाए।
बैठक में पाकिस्तान द्वारा सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे दु़ष्प्रचार, नारको-टेररिज्म से निपटने और आतंकी बने युवकों के आत्मसमर्पण से जड़े मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में आतंकियों के समर्थकों व ओवरग्राउंड वर्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए आतंकियों को मार गिराने के लिए सुनियोजित अभियानों में तेजी लाने का फैसला किया गया है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह और चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू की संयुक्त अध्यक्षता में मंगलवार शाम को संपन्न हुई कोर सुरक्षा समूह की बैठक में सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सभी खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी और कश्मीर के मंडल आयुक्त ने भाग लिया।