KASHMIR: घाटी को दहलाने पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते कश्मीर पहुंचे चार आतंकी
गुलाम कश्मीर बैठे आतंकी सरगनाओं ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ बीते माह हुई एक बैठक के बाद चार आतंकी कमांडरों को जिनमें दो विदेशी मूल के हैं जम्मू कश्मीर में भेजा है।
नवीन नवाज, श्रीनगर। घाटी को दहलाने और प्रमुख कमांडरों के मारे जाने से हताश आतंकी कैडर को संभालने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने चार आतंकियों के एक दस्ते को कश्मीर भेजा है। इनमें दो विदेश और दो कश्मीरी बताए जा रहे हैं, जो बीते कुछ सालों से पाकिस्तान में किसी जिहादी कैंप में थे। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने इन चारों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रखा है।
संबधित सूत्रों ने बताया कि इस साल अब तक करीब 85 आतंकी मारे जा चुके हैं। इनमें जैश, हिज्ब और लश्कर के कई नामी कमांडर भी थे। इसके अलावा आतंंकियों के कई पुराने ओवरग्राऊंड वर्कर भी पकड़े जा चुके हैं। गुलाम कश्मीर बैठे आतंकी सरगना और उनके आका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई इससे पूरी तरह परेशान हो चुके हैं। मौजूदा चुनाव प्रक्रिया में लोगों के हिस्सा लेने और किसी बड़ी विध्वंसकारी कार्रवाई को अंजाम देने में स्थानीय कैडर की नाकामी से भी आतंकी सरगना हताश हैं।
गुलाम कश्मीर बैठे आतंकी सरगनाओं ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ बीते माह हुई एक बैठक के बाद चार आतंकी कमांडरों को जिनमें दो विदेशी मूल के हैं, जम्मू कश्मीर में भेजा है। इन आतंकियों को एलओसी या अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कराने के बजाय नेपाल के रास्ते जम्मू कश्मीर में पहुंचाया गया है।
यह चारों आतंकी उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर और कुपवाड़ा में बने अपने किसी सेफहाउस में हैं। इनके साथ कोई कथित सज्जाद नामक आतंकी कमांडर या गाइड भी है। सूत्रों की मानें तो इन चारों को कश्मीर में किसी बड़े आतंकी हमले के लिए पहले से सक्रिय पाकिस्तानी आतंकियों के साथ हाल-फिलहाल आतंकी बने स्थानीय युवकों को तैयार करने का जिम्मा दिया गया है। इन आतंकियों को कश्मीर घाटी समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में किसी बड़े प्रतिष्ठान पर हमले की साजिश तैयार करने, हमले के लिए स्थानीय स्तर पर साजो सामान का बंदोबस्त करने और स्थानीय कैडर के जरिए राजनीतिक व अन्य महत्वपूर्ण लोगों पर हमलों को अंजाम देने के लिए कहा गया है।
यह चारों आतंकी वाहनबम और आइइडी तैयार करने में पूरी तरह प्रशिक्षित हैं। इसके अलावा इनमें से एक के बारे मे कहा जा रहा है कि वह अफगानीस्तान में भी सक्रिय रह चुका है। संबशित सूत्रों ने बताया कि इन आतंकियों की आमद का सुरक्षा एजेंसियों को करीब एक पखवाड़ा पहले ही पता चला है। इन्हें पकड़ने के लिए श्रीनगर, पुलवामा, बडगाम, बांडीपोर, कुपवाड़ा और बारामुला में कई जगह बीते कुछ दिनों में लगातार दबिश दी गई है। लेकिन यह हाथ नहीं आए हैं। अलबत्ता, सुरक्षाबलों के दबाव को देखते हुए यह बांडीपोर और कुपवाड़ा के बीच जंगलों में कहीं छिपे हैं। इन्हें पकड़ने के लिए सेना और पुलिस का एक संयुक्त कार्यदल गठित किया गया है जो लगातार इनके संभावित ठिकानाें को खंगाल रहा है।
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