Coronavirus Lockdown effect: पाक रमजान कश्मीर के मस्जिदों में गूंजी अजान, घरों में नमाज अदा की
पाक रमजान के पहले शुक्रवार को कश्मीर में कहीं भी लॉकडाउन का उल्लंघन कर नमाजी नमाज-ए-जुमे के लिए जमा नहीं हुए। लोगों ने घरों में नमाज अदा की।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पाक रमजान के पहले शुक्रवार को कश्मीर में कहीं भी लॉकडाउन का उल्लंघन कर नमाजी नमाज-ए-जुमे लिए जमा नहीं हुए। लोगों ने घरों में नमाज अदा की। इस्लामिक धर्मगुरुओं, उलेमाओं और मौलवियों ने लोगों से नमाज घर में ही अदा करने की अपील की है।
शुक्रवार को किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने बीती रात ही वादी में सभी मस्जिदों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। प्रमुख गली-बाजारों व सड़कों पर अवरोधक लगा रखे थे। दोपहर को सभी मस्जिदों से नमाज-ए-जुमे की अजान गूंजी, लेकिन किसी जगह भीड़ नहीं हुई और न लॉकडाउन का उल्लंघन कर लोग मस्जिदों में जमा हुए।
नमाजियों ने घरों में रहकर ही नमाज-ए-जुमा अदा की। कुछेक मस्जिदों में नमाजी दोपहर की नमाज के लिए मौजूद रहे, लेकिन संबंधित मस्जिद कमेटियों के प्रबंधक, मौलवी और इमाम थे। वहीं पुलिस ने कहा कि किसी जगह कोई अव्यवस्था नहीं रही। सोपोर के तारजू में पुलिस ने 10 वाहन जब्त किए। हजरतबल, नगीन में खुली 10 दुकानों को सील किया। कुलगाम के काजीगुंड में तीन और डीएचपोरा में एक व्यक्ति को लॉकडाउन की अवज्ञा पर गिरफ्तार किया।
क्वारंटाइन में संवार रहे स्कूल की सूरत
क्वारंटाइन सेंटर में कुछ लोगों ने अलग ही नजीर पेश की है। मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल बसोहली की सूरत ही चंद दिनों में बदल गई है। स्कूल में बनाए क्वारंटाइन सेंटर में क्षेत्र के उन स्थानीय लोगों को रखा है जो अन्य राज्यों में कामकाज के सिलसिले में गए थे। आने पर प्रशासन ने सभी को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया।
दिल्ली से पैदल लखनपुर तक आए धार-महानपुर के निवासी पवन कुमार ने बताया कि वह 20 लोग क्वारंटाइन सेंटर में हैं। पहले दो दिन समय व्यतीत नहीं हो रहा। सभी ने स्वेच्छा से नोडल अधिकारी को कहा कि वे चाहते हैं कि जितने दिन यहां पर रहें, कुछ ऐसा करें कि इस स्कूल के लिए यादगार हो जाए।
नोडल अधिकारी ने सामान उपलब्ध कराया। फिर वहां ठहरे युवकों ने स्कूल परिसर को संवारना शुरू कर दिया। सभी ने मिलकर स्कूल की क्यारिया साफ कीं। इसके बाद पूरे स्कूल में सफाई अभियान भी चलाया। अभी स्कूल की सूरत संवारने में युवक जुटे हैं। नोडल अधिकारी सहित पुलिस व क्षेत्र के लोगों ने सभी युवाओं की तारीफ की। पवन कुमार ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर कोई जेल नहीं यहां पर उनकी पूरी देखरेख की जाती है।