Jammu Kashmir : भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना के वायरल बयान पर उमर बोले- राजनीतिक विरोधी शत्रु नहीं होते
जब मैं विधानसभा का सदस्य बना तो उमर अब्दुल्ला भी वहां सदस्य थे। हमने देखा है कि निजी तौर पर एक व्यक्ति के रूप में वह जम्मू कश्मीर में सभी बड़े सियासी नेताओं के बीच सबसे बेहतरीन इंसान हैं। वह बहुत ही काबिल और सहृदय हैं। हम अच्छे दोस्त हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के व्यक्तित्व को लेकर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना का इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए बयान पर खूब सियासी चटकारे लिए जा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया यूजर्स की तमाम टिप्पणियों के बीच उमर ने कहा कि राजनीतिक विरोधी एक-दूसरे के शत्रु नहीं होते और न ही राजनीति का मतलब घृणा फैलाना या लोगों को बांटना है।
उन्होंने यह प्रतिक्रिया रविंद्र रैना के उस वीडियो पर व्यक्त की है, जिसका हवाला देते हुए इंटरनेट मीडिया पर उन्हें फालो करने वालों ने नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा के बीच पर्दे के पीछे समझौते का संकेत दिया है। वायरल वीडियो में रविंद्र रैना यह कहते सुने जाते हैं कि उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर में राजनीतिक नेताओं के बीच एक मोती हैं।
उन्होंने कहा कि जब मैं विधानसभा का सदस्य बना तो उमर अब्दुल्ला भी वहां सदस्य थे। हमने देखा है कि निजी तौर पर एक व्यक्ति के रूप में वह जम्मू कश्मीर में सभी बड़े सियासी नेताओं के बीच सबसे बेहतरीन इंसान हैं। वह बहुत ही काबिल और सहृदय हैं। हम अच्छे दोस्त हैं। जब मुझे कोरोना हुआ तो उमर अब्दुल्ला ही सबसे पहले राजनीतिक नेता थे, जिन्होंने फोन किया और मेरा हालचाल जाना।
भाजपा नेता के इस वीडियो के बाद ट्विटर पर कुछ लोगों ने लिखा कि दोनों में पुराना याराना लगता है। कुछ ने कहा कि पर्दे के पीछे भाजपा और नेकां के बीच कोई खिचड़ी पक रही है। इसी पर उमर अब्दुल्ला ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने लिखा, राजनीतिक लोग अपने राजनीतिक विरोधियों के दुश्मन नहीं होते, किसी के बीच कोई निजी दुश्मनी नहीं होती, सिर्फ विचारधारा का मतभेद होता है।
राजनीति में कहां लिखा है कि आप जिससे राजनीतिक मतभेद रखते हैं, उससे आप निजी तौर पर भी नफरत करें। मेरे राजनीतिक विरोधी जरूर हैं, लेकिन मेरा कोई शत्रु नहीं है। मैं रविंद्र रैना का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इज्जत बख्शी। हम दोनों एक-दूसरे का राजनीतिक विरोध जारी रखेंगे।