Jammu and Kashmir: अब 25 मई से जम्मू-कश्मीर में रोजाना 21 उड़ानें, प्रत्येक यात्री के लिए क्वारंटाइन अनिवार्य
डीजीसीए से जम्मू कश्मीर में उड़ानों की अगले एक माह तक मंजूरी मिली क्वारंटाइन अवधि 14 दिन की गई है। पहले सात दिन का आदेश था।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। लॉकडाउन के कारण दो माह से जम्मू कश्मीर में बंद विमान सेवाएं सोमवार 25 मई से फिर शुरू करने की तैयारियां तेजी से जारी हैं। जम्मू एयरपोर्ट पर 8 और श्रीनगर एयरपोर्ट पर 13 उड़ानों को अगले एक माह तक मंजूरी मिली है। प्रशासन ने विमान सेवाओं के लिए श्रीनगर और जम्मू एयरपोर्ट पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। इस बीच, मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने हवाई और रेल सेवा बहाली के मद्देनजर क्वारंटाइन प्रक्रिया में किए संशोधन का जायजा लिया।
विमान से उतरते ही प्रत्येक यात्री के लिए क्वारंटाइन अनिवार्य किया है। क्वारंटाइन अवधि 14 दिन तय कर दी है।श्रीनगर एयरपोर्ट के निदेशक संतोष ढोके ने दैनिक जागरण को बताया कि 25 मई से 30 जून तक शेड्यूल मिला है। श्रीनगर एयरपोर्ट से विमान सेवाओं के परिचालन के लिए विभिन्न कंपनियों को क्रमानुसार चार-पांच दिन के विकल्प के प्रावधान के आधार पर सेवाएं उपलब्ध कराने को कहा गया है। विस्तारा, गो एयर, इंडिगो, एयर एशिया व इंडियन एयरलाइंस को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविशन (डीजीसीए) ने जम्मू कश्मीर में 25 मई से सेवाएं शुरू करने की अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने पर उड़ानों की संख्या और यात्री बढ़ने तय हैं। प्रदेश प्रशासन ने श्रीनगर और जम्मू एयरपोर्ट पर यात्रियों से जुड़े मुददों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। आवास एवं शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव धीरज गुप्ता को श्रीनगर एयरपोर्ट पर नोडल अधिकारी बनाया है। सांस्कृतिक विभाग के सचिव जुबैर अहमद सहयोग करेंगे। जबकि जम्मू एयरपोर्ट के लिए मंडलायुक्त जम्मू संजीव वर्मा नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी निभाएंगे।
होटलों में क्वारंटाइन पर खर्च खुद उठाना पड़ेगामुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने सोमवार से शुरू हो रही विमान सेवाओं के संदर्भ में जारी तैयारियों का जायजा लिया। प्रदेश प्रशासन सिर्फ प्रशासकीय क्वारटांइन सुविधा प्रदान करेगा। अगर कोई यात्री होटल में क्वारटांइन सुविधा चाहता है तो उसे होटल का खर्च खुद उठाना पड़ेगा। प्रशासन होटल चिन्हित करने के अलावा उनकी दरों को तय करेगा।
किसी भी माध्यम से आने वाला 14 दिन क्वारंटाइन में रहेगा :
सरकार ने स्पष्ट किया है कि हवाई सेवा सहित किसी भी माध्यम से जम्मू-कश्मीर में आने वाले हर नागरिक को 14 दिन के क्वारंटाइन में रहना ही होगा। आपदा प्रबंधन, पुनर्वास और पुनर्निर्माण विभाग की ओर से शनिवार को जारी आदेश में कहा गया है कि कोई भी नागरिक चाहे वह हवाई जहाज से सड़क या रेलवे से, उसके लिए कोरोना जांच करवाना अनिवार्य होगा। सभी के रियल टाइम पीसीआर टेस्ट होंगे। वहीं अगर किसी के सैंपल नेगेटिव आते हैं तो घर में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन रहना होगा। अगर पॉजिटिव आता है तो अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाएगा।
जम्मू में घरेलू उड़ानों के लिए बुकिंग शुरू
जम्मू कश्मीर से बाहर और दूसरे राज्यों से यहां आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है। सोमवार से शुरू होने जा रही घरेलू उड़ानों के लिए जम्मू में बुकिंग शुक्रवार से शुरू हो गई। वर्तमान में जम्मू से दिल्ली और श्रीनगर जाने वाली उड़ानों की बुकिंग हो रही है। फिलहाल, यह सेवा एयर इंडिया, स्पाइस जेट और इंडिगो ने ही शुरू की है। उम्मीद है कि कुछ और विमान सेवाएं जल्द सेवाएं देने लगेंगी।
दिल्ली से पहली उड़ान एयर इंडिया की सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे जम्मू आएगी। कुछ मिनट रुकने के बाद यह श्रीनगर के लिए रवाना हो जाएगी। श्रीनगर के बाद यह फिर जम्मू आएगी और फिर यहां से दिल्ली के लिए रवाना होगी। इसी तरह स्पाइस जेट और इंडिगो की उड़ानें भी दिल्ली से जम्मू आएंगी। इसके बाद यहां से श्रीनगर और फिर जम्मू होते हुए दिल्ली के लिए जाएंगी। दिल्ली से स्पाइस जेट की उड़ान सुबह 11.10 बजे और इंडिगो की पहली उड़ान दोपहर 1.35 बजे जम्मू पहुंचेगी। स्पाइस जेट की दूसरी उड़ान दोपहर साढ़े तीन बजे दिल्ली से जम्मू आएगी। वहीं, दिल्ली से श्रीनगर एयरपोर्ट पर पहली उड़ान सुबह साढ़े सात बजे पहुंचेगी। वहीं, श्रीनगर से दिल्ली के लिए आखिरी उड़ान शाम साढ़े चार बजे रवाना होगी। लेह के लिए पहली उड़ान दिल्ली एयरपोर्ट से 25 मई को सुबह पौने सात बजे रवाना होगी। वहीं, शुक्रवार को जम्मू से लद्दाख के 40 मरीज अपने तीमारदारों के साथ वायुसेना के विमान से लेह पहुंचे। ये जम्मू में फंसे थे। इस समय लद्दाख में सिफ एक कोरोना पाजिटिव मरीज है व उसकी इरान से लौटे इस व्यक्ति की हालत स्थित बताई जा रही है। डायरेक्टर एयरपोर्ट जम्मू प्रभात रंजन ब्यूरिया का कहना है कि उनका एयरपोर्ट विमानों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से तैयार है। बिना जांच के यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई। बाहर से आने वाले यात्रियों को भी सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए बाहर भेजा जाएगा।