उत्तरी कमान ने एलओसी का दौरा कर आपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया
सेना की उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर अग्रिम इलाकों का दौरा कर आपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। फरवरी माह में भारत-पाक के बीच 23 नवंबर 2003 के जंगबंदी समझौते को फिर से लागू करने पर हुई सहमति के बाद उत्तरी कमान प्रमुख का कश्मीर में एलओसी का यह पहला दौरा है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सेना की उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर अग्रिम इलाकों का दौरा कर आपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। फरवरी माह में भारत-पाक के बीच 23 नवंबर 2003 के जंगबंदी समझौते को फिर से लागू करने पर हुई सहमति के बाद उत्तरी कमान प्रमुख का कश्मीर में एलओसी का यह पहला दौरा है।
संबधित सैन्याधिकारियों ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल वाइके जोशी के साथ चिनार कोर कमाडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पाडेय भी बारामुला में एलओसी से सटे अग्रिम इलाकों के दौरे पर थे। बर्फ से ढकी अग्रिम चोटियों पर तैनात जवानों व अधिकारियो से उत्तरी कमान ने बातचीत कर उनसे जमीनी हालात को समझने का प्रयास किया। उन्होंने घुसपैठ रोधी तंत्र का भी मुआयना किया। उन्होंने सभी फील्ड कमाडरों से कहा कि अब बर्फ पिघलने वाली है, ऐसे में घुसपैठ की घटनाओं की आशका बढ़ जाती है। घुृसपैठ के किसी भी प्रयास को प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ नाकाम बनाया जाए। उन्होंने कहा कि बेशक इस समय सरहद पार से गोलाबारी थम चुकी है,लेकिन दुश्मन की हर हरकत पर निगाह रहनी चाहिए और जैसे ही वह कोई हरकत करे उसका मुहंतोड़ जवाब दिया जाए।
एलओसी पर आपरेशनल तैयारियों का जायजा लेने से पूर्व उत्तरी कमान प्रमुख ने चिनार कोर मुख्यालय में कोर कमाडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पाडेय व अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर वादी के आतंरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य पर विचार विमर्श किया। उन्होंने सेना के साजो सामान से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने सैन्य अधिकारियों को आगामी अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा कवच को मजबूत बनाने में प्रशासन की हर संभव मदद करने को भी कहा।