कश्मीर में हालात सामान्य पर आतंकियों के डर से नहीं खुल रही दुकानें, राज्य का 93 प्रतिशत हिस्सा निषेधाज्ञा मुक्त
राज्यपाल के प्रमुख सचिव रोहित कंसल ने कहा कि कश्मीर में स्थिति लगभग सामान्य हो चुकी है। पथराव की घटनाओं में बहुत कमी आई है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकियों और राष्ट्रविरोधी तत्वों के डर से ही वादी में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान नहीं खुल रहे हैं। व्यापारी वर्ग गत दिनों परिंपोरा में एक दुकानदार की हत्या से डरा हुआ है। अलबत्ता, वादी में स्थिति लगभग सामान्य हो चुकी है। 90 फीसद थानों में दिन की निषेधाज्ञा हट चुकी है। स्कूलों में अकादमिक गतिविधियां तेजी पकड़ रही हैं और 26 हजार लैंडलाइन फोन बहाल किए जा चुके हैं। रोजाना 300 ट्रक फल कश्मीर से बाहर निर्यात हो रहे हैं।
यह जानकारी राज्य सरकार के प्रवक्ता और राज्यपाल के प्रमुख सचिव वित्तायुक्त रोहित कंसल ने सोमवार को श्रीनगर में डीआइजी सेंट्रल कश्मीर रेंज बीके विरदी और राज्य सूचना निदेशक सहरीश असगर की मौजूदगी में एक बातचीत के दौरान दी।
राज्यपाल के प्रमुख सचिव रोहित कंसल ने कहा कि कश्मीर में स्थिति लगभग सामान्य हो चुकी है। पथराव की घटनाओं में बहुत कमी आई है। अब दिन में दो से तीन घटनाएं ही हो रही हैं। लोग अपना सामान्य कामकाज शुरू कर रहे हैं, लेकिन आतंकियों के डर के कारण ही यहां दुकानें पूरी तरह नहीं खुल रही हैं। परिंपोरा में आतंकियों ने एक दुकानदार की गत दिनों हत्या कर दी थी। उससे कुछ दिन पहले दक्षिण कश्मीर में हाईवे पर एक ट्रक चालक की पथराव में मौत हुई है। इससे लोगों में कुछ डर है, लेकिन हम यहां सुरक्षा का माहौल बनाने के लिए सभी कदम उठा रहे हैं। जल्द ही सभी दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान भी खुल जाएंगे।
श्रीनगर के पांच थानों में सर्वाधिक हिंसा :
रोहित कंसल ने बताया कि वादी में पांच अगस्त के बाद हुई हिंसा की विभिन्न घटनाओं में 152 ही बड़ी कही जा सकती हैं। इनमें 125 घटनाएं श्रीनगर में हुई हैं और उनमें भी 100 घटनाएं श्रीनगर के पांच थाना क्षेत्रों में ही हुई हैं।
राज्य का 93वें प्रतिशत हिस्सा निषेधाज्ञा मुक्त :
रोहित कंसल ने कहा कि आज वादी में 90 प्रतिशत थाना क्षेत्रों में दिन की निषेधाज्ञा नहीं है। जम्मू और लद्दाख प्रांत पूरी तरह से दिन की निषेधाज्ञा से मुक्त हो चुके हैं। आज पूरी रियासत में 93 प्रतिशत हिस्से में कोई निषेधाज्ञा नहीं है।
95 में से 76 एक्सचेंज बहाल :
रोहित कंसल ने कहा वादी में 95 में से 76 एक्सचेंज को बहाल किया गया है। करीब 26 हजार लैंडलाइन फोन चल रहे हैं। अगर किसी जगह कोई दिक्कत है तो उसे बीएसएनएल के अधिकारी दूर कर रहे हैं। मोबाइल फोन सेवा पर उन्होंने कहा कि इसे भी जल्द बहाल करने पर विचार किया जा रहा है। लैंडलाइन सेवा बहाल होने के कारण जिला उपायुक्त श्रीनगर के कार्यालय में जहां गत सप्ताह तक रोजाना करीब 2500 लोग फोन करने आते थे, अब उनकी संख्या 85 प्रतिशत तक कम हो गई है।
चार हजार स्कूल खुले :
रोहित कंसल ने कहा कि पूरी वादी में प्राइमरी से लेकर हाई स्कूल तक करीब चार हजार स्कूल खुल रहे हैं। छात्रों की संख्या बेशक कम है, लेकिन अध्यापकों की 70 प्रतिशत तक है। वादी में शैक्षिक गतिविधियां गति पकड़ रही हैं। इसी तरह सरकारी कार्यालय में भी नियमित रूप से काम हो रहा है।
1.5 लाख मीट्रिक टन फल निर्यात :
कंसल ने बताया कि अब सड़कों पर निजी व सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही सामान्य हो चुकी है। अंतर जिला वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही बिना किसी रुकावट चल रही है। पहले जहां रोजाना 10-12 ट्रक चल रहे थे, अब रोजाना 300 ट्रक फलों को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में जा रहे हैं। बीते 20-25 दिनों में कश्मीर से 1.5 लाख मीट्रिक टन सेब का निर्यात हुआ है।
29 दिनों में कश्मीर के अस्पतालों में दो हजार बच्चों ने लिया जन्म :
रोहित कंसल ने बताया सभी स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बहाल हैं। पूरी वादी में बीते 29 दिनों के दौरान 2.5 लाख लोग ओपीडी में स्वास्थ्य जांच के लिए आए। इस दौरान दो हजार बड़ी सर्जरियां अथवा ऑपरेशन अस्पतालों में हुए। इन अस्पतालों में भर्ती गर्भवति महिलाओं ने दो हजार बच्चों को जन्म दिया है। इसके अलावा शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा की ओपीडी में 33 हजार लोग आए हैं। इसी संस्थान में बीते 29 दिनों में एक हजार रोगियों के ऑपरेशन हुए हैं। एसएमएचएस अस्पताल में पांच हजार लोग अपनी बिमारियों के उपचार के लिए भर्ती हुए हैं।
टिकट काउंटर पर बुक हुए आठ हजार टिकट :
कंसल ने बताया कि आम लोगों की सुविधा के लिए टीआरसी में विभिन्न विमान कंपनियों के टिकट काउंटर स्थापित किए गए हैं। इन काउंटरों पर बीते चंद दिनों में आठ हजार लोगों ने अपने टिकट बुक किए हैं।