Pulwama Attack Case: पुलवामा हमले के पांचों आरोपित 15 दिन के रिमांड पर
Pulwama Attack Case. 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती आदिल डार ने विस्फोटकों से भरी कार के साथ हमला किया था।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। Pulwama Attack Case. पुलवामा हमले की साजिश में शामिल रहे पांच आरोपितों को सोमवार को एनआइए की विशेष अदालत ने पूछताछ के लिए 15 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। यह सभी आरोपित इस समय एनआइए की हिरासत में ही हैं। 14 फरवरी, 2019 को श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर लिथपोरा पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती आदिल डार ने विस्फोटकों से भरी कार के साथ हमला किया था। हमले में सीआरपीएफ के 40 कर्मी शहीद हुए थे। हमलावर आतंकी भी मारा गया था। पुलवामा हमले में शामिल सभी प्रमुख आतंकी वारदात के कुछ ही महीनों के भीतर ही मारे गए थे। इस साजिश में प्रत्यक्ष रूप से शामिल रहे आतंकी या उनके ओवरग्राउंड वर्कर जिंदा हाथ नहीं आ रहे थे।
अलबत्ता, इसी साल फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में पुलवामा हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी को उस समय एक बड़ी सफलता मिली, जब हाजीबुल पुलवामा के रहने वाले शाकिर अहमद मागरे को पकड़ा गया। शाकिर ने न सिर्फ आत्मघाती हमलावार आदिल डार व उसके हैंडलर मोहम्मद फारुक उमर उर्फ उमैर को अपने घर में करीब तीन माह तक शरण दी थी, बल्कि उसने हमले के लिए कार को तैयार करने में मदद भी की थी। इसके अलावा हमले से पूर्व वह आदिल के साथ कार में भी था। उसने करीब 500 मीटर तक कार भी चलाई थी।
आरोपितों में बाप-बेटी भी शामिल
शाकिर से मिले सुरागों के आधार पर एनआइए ने इसी माह के पहले सप्ताह में पुलवामा के हकरीपोरा के एक टिप्पर चालक तारिक अहमद शाह व उसकी बेटी इंशा तारिक शाह को पकड़ा। इन दोनों ने भी पुलवामा हमले की साजिश में शामिल रहे आतंकियों की कई बार मदद की और अपने घर में छिपाया। इंशा फोन पर आदिल डार और उमैर के साथ लगातार संपर्क में थी। इसके बाद एनआइए ने श्रीनगर के बाग-ए-महताब इलाके से वैज-उल-इस्लाम और पुलवामा के मोहम्मद अब्बास राथर को पकड़ा। वैज-उल-इस्लाम ने हमले में इस्तेमाल विस्फोटकों को तैयार करने के लिए आनलाइन रसायन, बैटरियां व अन्य सामान मंगवाया था।
पूरी साजिश का पर्दाफाश अभी होना बाकी
एनआइए ने सोमवार को इन सभी आरोपितों को जम्मू स्थित एनआइए के विशेष जज एससी गुप्ता की अदालत में पेश किया। एनआइए ने इस मामले से जुड़े विभिन्न दस्तावेज अदालत में पेश करते हु़ए कहा कि जांच जारी है। कई अहम जानकारियों को जमा करते हुए पूरी साजिश का पर्दाफाश अभी होना शेष है। यह पांचों आरोपित इस साजिश के बारे में कई जानकारियां रखते हैं। इसलिए इनसे और ज्यादा पूछताछ के लिए इनका रिमांड प्रदान किया जाए। अदालत ने सभी तथ्यों का संज्ञान लेते हुए पांचों आरोपितों को 15 दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया है।