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कोरोना काल में घर पहुंचने की खुशी नहीं भूलेंगे कभी

आप मेरी खुशी का अंदाजा नहीं लगा सकते। दिल्ली में जो मेरी स्थिति थी या फिर यहां जो मेरे मां-बाप के हालात थे यह कोई दूसरा नहीं समझ सकता।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 10:29 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 10:29 AM (IST)
कोरोना काल में घर पहुंचने की खुशी नहीं भूलेंगे कभी
कोरोना काल में घर पहुंचने की खुशी नहीं भूलेंगे कभी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: खुदा का शुक्र है, मैं आज यहां सही सलामत पहुंच गया। श्रीनगर एयरपोर्ट पर सोमवार को दिल्ली से एयर एशिया के विमान से पहुंचे मंसूर अली की खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं अपने परिजनों के साथ ईद नहीं मना सका, लेकिन घर तो पहुंच गया। खुदा ने मेरी दुआ सुनी है और उसने मुझे आज सफर की इजाजत देकर ईदी दी है। मैं खुदा की रहमतों का शुक्रगुजार हूं। मंसूर उन लोगों में शामिल है जो दो माह बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर नागरिक विमानों की आवाजाही बहाल होने पर दिल्ली से श्रीनगर पहुंचे हैं।

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पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर मंसूर अली ने कहा कि आप मेरी खुशी का अंदाजा नहीं लगा सकते। दिल्ली में जो मेरी स्थिति थी या फिर यहां जो मेरे मां-बाप के हालात थे, यह कोई दूसरा नहीं समझ सकता। मुझे पूरा यकीन है कि मेरा रिजल्ट निगेटिव रहेगा। खुदा की मेहरबानी से मैं बुधवार की शाम तक अपने मां-बाप के साथ ही रात का खाना खाऊंगा। बड़गाम की रुमैसा और उसके पति ताहिर ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि हमें टिकट मिलेगा, लेकिन मिल गया और वह भी पहली उड़ान में। हम दिल्ली के साकेत इलाके में रह रहे थे। पूरी रात हम सोए नहीं। यहां स्क्रीनिग हो गई है, सैंपल भी लिया गया है। अब हम होटल में क्वारंटाइन में जाएंगे और रिपोर्ट आते ही हम घर जाएंगे। हमारे लिए आज भी ईद ही है। जम्मू से श्रीनगर पहुंचे अल्ताफ हुसैन ने कहा कि मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे क्वारंटाइन में नहीं जाना है। मैं जम्मू से आया हूं और स्वस्थ हूं। यात्रियों के लिए व्यापक प्रबंध किए

मंडलायुक्त श्रीनगर पांडुरंग के पोले और श्रीनगर एयरपोर्ट के निदेशक संतोष ढोके ने कहा कि आने वाले यात्रियों और श्रीनगर से रवाना होने वाले यात्रियों के लिए सभी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। श्रीनगर एयरपोर्ट पर नियुक्त नोडल अधिकारी धीरज गुप्ता ने कहा कि यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग और उनके सैंपल लेने की पूरी व्यवस्था रखी गई है। दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए रेड रूट

जिला उपायुक्त बड़गाम तारिक हुसैन गनई ने बताया कि बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए दो रास्ते बनाए हैं, एक रेड है और दूसरा ग्रीन। ग्रीन चैनल में जम्मू से आने वाले यात्रियों को गुजरना होता है, इन्हें प्रशासकीय क्वारंटाइन की जरूरत नहीं है। इन्हें हम तत्काल जांच के बाद घर भेजते हैं। रेड चैनल से सिर्फ दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को गुजरना होता है। इनके लिए क्वारंटाइन की प्रक्रिया अनिवार्य है। गंभीर बीमार घरों में क्वारंटाइन

स्वास्थ्य सेवा निदेशक समीर मट्टु ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर ही यात्रियों को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा या फिर उनके घरों में क्वारंटाइन किया जाएगा। अलबत्ता, गंभीर रूप से बीमार यात्रियों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को एयरपोर्ट पर सैंपल लेने के बाद घरों में क्वारंटाइन की अनुमति दी गई है। 11 उड़ानों से 733 यात्री पहुंचे आए

दो महीने के बाद शुरू हुई विमान सेवा के पहले दिन सोमवार को 11 उड़ानों से 733 यात्री अपने प्रदेश लौटे हैं। जम्मू एयरपोर्ट पर पांच उड़ानों से 171 यात्री पहुंचे हैं। वहीं, श्रीनगर एयरपोर्ट पर सोमवार को छह विमानों में 562 यात्री आए हैं। इसी दौरान श्रीनगर से जम्मू और दिल्ली के लिए 267 यात्री रवाना हुए। कुल उड़ानों में से एक लेह से आई है। एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए दो चैनल रेड व ग्रीन चैनल भी बनाए गए हैं।


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