उपराज्यपाल बोले-नीट टापर तन्मय और क्रिकेटर उमरान युवाओं के रोल माडल
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आवाम की आवाज के इस महीने के एपिसोड को उन सभी नागरिकों को समर्पित किया जो समाज की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं और दूसरों के लिए रोल माडल के रूप में उभरे हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आवाम की आवाज के इस महीने के एपिसोड को उन सभी नागरिकों को समर्पित किया, जो समाज की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं और दूसरों के लिए रोल माडल के रूप में उभरे हैं। उपराज्यपाल ने नीट के टापर तन्मय गुप्ता और क्रिकेटर उमरान मलिक को भी बधाई दी और उन्हें जम्मू-कश्मीर की युवा पीढ़ी के लिए नया रोल माडल बताया। उन्होंने युवाओं से समाज के लिए काम करने वालों के नक्शेकदम पर चलने का आह्वान भी किया। बता दें कि जम्मू के उमरान मलिक इस सीजन में आइपीएल में सबसे तेज फेंकने वाले खिलाड़ी बने हैं और उनका चयन इंडिया की क्रिकेट ए-टीम के लिए भी किया गया है।
उपराज्यपाल ने बांडीपोरा के इंजीनियर जहांगीर भट का उल्लेख किया और युवाओं में नवाचार को प्रोत्साहित करने के उनके प्रयास की सराहना की। उपराज्यपाल ने कहा कि जहांगीर 20 पेटेंट नवाचारों के साथ हर छात्र को कुछ अलग बनाने की इच्छा रखते हैं। उनमें नवाचार की सोच विकसित करना चाहते हैं। बता दें कि जहांगीर का श्रीनगर में एक इंस्टीट्यूट भी है, जहां छात्रों को नवाचार के बारे मे सिखाया जाता है। जहांगीर अब तक कांगड़ी से मोबाइल चार्ज करने, बच्चों के लिए स्मार्ट झूला, मधुमक्खी पालन आदि में कई नवाचार कर चुके हैं।
स्वरोजगार का माहौल बनाने के लिए युवा व होनहार उद्यमियों को गेस्ट स्पीकर के तौर पर स्कूलों में आमंत्रित करने के फैसल यूसुफ से सुझाव का उल्लेख करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि छात्रों के साथ इस तरह की बातचीत युवाओं में उद्यमिता की भावना पैदा करेगी। फील्ड कार्यालयों में बायोमीट्रिक लगाने के संबंध में यासिर अहमद लावे के सुझाव पर उपराज्यपाल ने कहा कि यह बेहद जरूरी है। उपराज्यपाल ने मोहम्मद इकबाल बदाना और शफीक अहमद का जिक्र भी किया। दोनों ने पंचायत राज संस्थानों को मजबूत करने के लिए एक रोडमैप साझा किया। उपराज्यपाल ने कहा कि उनके सुझाव जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक संस्थानों की क्षमता को बढ़ाने के प्रशासन के प्रयास के पूरक हैं।
उपराज्यपाल ने खेल सुविधाओं के विकेंद्रीकरण व जेके सेहत योजना पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाने के संबंध में अर्णव महाजन, नितेश्वर कोतवाल, सज्जाद अहमद सोफी, इरशाद अहमद वानी, सुहेल अहमद नजर, राजेश जसवाल, मुश्ताक अहमद लोन के सुझावों का भी स्वागत किया। दिव्यांगों के लिए शैक्षिक संस्थानों में सुविधाएं, सर्व शिक्षा अभियान के स्कूलों के प्रबंधन में सुधार, पंचायती राज संस्थानों को बढ़ावा देने में परिवर्तन, स्वच्छ सर्वेक्षण करके कचरे के प्रबंधन का विकेंद्रीकरण आदि योजना को मजबूत करने का भी उपराज्यपाल ने जिक्र किया। 16 माह में पारदर्शी प्रशासन स्थापित करने का किया प्रयास :
उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र 26 नवंबर को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के संविधान को अपनाने के 72 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा। हमें स्वाभिमान और समृद्धि से भरे समाज के लिए एक ठोस नींव रखनी चाहिए। इस दिशा में काम करते हुए पिछले 16 महीने में हमारी सरकार ने एक नया पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन स्थापित करने का प्रयास किया है।