खेल न जाने सरहद, सियासत : नामल राजपक्षे
नवीन नवाज, श्रीनगर खेल की कोई सरहद नहीं होती, इसकी कोई भाषा नहीं होती। खेल का मतलब सिर्फ सौहार
नवीन नवाज, श्रीनगर
खेल की कोई सरहद नहीं होती, इसकी कोई भाषा नहीं होती। खेल का मतलब सिर्फ सौहार्द-सहयोग और शांति है। यह बात शनिवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी में पहुंचे श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति म¨हदा राजपक्षे के पुत्र और सांसद नामल राजपक्षे ने कश्मीर और श्रीलंका की सियासत से संबंधित सवालों से बचते हुए कही।
कश्मीर में स्थानीय रग्बी खिलाड़ियों को रग्बी के गुर सिखाने पहुंचे श्रीलंका रग्बी टीम के पूर्व कप्तान ने कहा कि हमें सियासत से दूर रहना चाहिए। कश्मीर में आतंकवाद को ठीक उसी तरह जिस तरह से श्रीलंका में लिटटे को कुचला गया है, के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं आज ही यहां आया हूं इसलिए ज्यादा कश्मीर के बारे में नहीं जानता लेकिन मैं एक बात जरूर कहूंगा कि खेल को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसमें सरकार और स्थानीय संगठनों, व्यापारिक घरानों को भी सहयोग करना चाहिए क्योंकि खेल की कोई भाषा नहीं होती, इसका कोई मजहब नहीं होता, खेल को लेकर सियासत बेशक होती है लेकिन खेल और खिलाड़ी सियासत नहीं जानता।
कश्मीर में रग्बी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यहां प्रतिभा की कमी नहीं है। कमी सिर्फ स्थानीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा और जोश दिखाने के समुचित अवसरों की है। कश्मीर में रग्बी के लिए आवश्यक सुविधाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि रग्बी के मैदान को अन्य खेलों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।