मेरे बेटे की मौत के लिए सियासत जिम्मेदार
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : विस्फोटकों से भरे वाहन के साथ सीआरपीएफ काफिले पर हमला करने वाले
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : विस्फोटकों से भरे वाहन के साथ सीआरपीएफ काफिले पर हमला करने वाले जैश आतंकी आदिल अहमद डार के गंडीपोरा पुलवामा स्थित घर में शुक्रवार को सात्वना देने वालों का ताता रहा। पिता गुलाम हसन डार को बेटे की मौत से कहीं ज्यादा उसकी लाश न मिलने का गम था। उन्होंने कहा कि मैं वही दर्द महसूस कर रहा हूं जो मेरे बेटे के हमले में मारे गए सीआरपीएफ जवानों के परिजन झेल रहे हैं। मेरे बेटे ने यह रास्ता क्यों चुना, यह वही जानता है। हा, उसे एक बार सुरक्षाबलों ने प्रताड़ित किया था। उस घटना से वह आहत था। कई बार उसका जिक्र करता था। वह यूं इतने लोगों की जान लेगा, यह मैं नहीं जानता था। मेरे बेटे की मौत के लिए यहा के हालात और सियासत है। कश्मीर मसले को सियासत के कारण हल नहीं किया जाता। इसके नाम पर लोगों को भड़काया जाता है और मेरा बेटा भटक गया।
आदिल के तीन रिश्तेदार हैं आतंकी
आदिल अहमद डार के तीन चचेरे भाई आतंकी हैे। इनमें से एक मंजूर रशीद डार जून 2016 में आतंकी बना था। बूंदक उठाने के कुछ ही दिन बाद मारा गया था। पिछले साल मार्च माह के दौरान मंजूर का छोटा भाई तौसीफ भी आतंकी बना था। बाद में उसन सरेडर कर दिया। इस समय वह पीएसए के तहत जेल में बंद है। आदिल के आतंकी बनने के एक दिन बाद उसका एक अन्य रिश्तेदार जिसका नाम समीर है, आतंकी बना था।