श्रीनगर में मौजूद 24 से अधिक आतंकी बड़ी वारदात की फिराक में, सुरक्षा और कड़ी
जम्मू कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग ङ्क्षसह ने भी आतंकियों के होने की संभावना से इन्कार नहीं किया है लेकिन यह कहना सही नहीं है कि आतंकवादी सरेआम घूम रहे हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : श्रीनगर में 24 से अधिक आतंकियों के मौजूद होने की सूचनाओं से सुरक्षा एजेंसियों से लेकर राज्य प्रशासन सकते में है। बड़ी वारदात करने की फिराक में श्रीनगर में घुसे आतंकी दुकानदारों को दुकानें बंद रखने और उनका आदेश न मानने पर जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैं। आतंकियों के डर के कारण ही अभी पूरी तरह से बाजार नहीं खुल रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद से कश्मीर के हालात सामान्य होते देख पाकिस्तान व आतंकी संगठन बौखला चुके हैं। कश्मीर में प्रशासन ने पाबंदियों को लगभग हटा दिया है। वहीं श्रीनगर में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
सूत्रों का कहना है कि श्रीनगर के डाउन टाउन में कुछ आतंकवादियों को घूमते देखा गया है। अधिकारियों के अनुसार ये आतंकी लाल चौक, राजबाग, जवाहर नगर सहित कई क्षेत्रों में दुकानदारों को दुकानें न खोलने के लिए धमका दे रहे हैं। प्रशासन को पुख्ता जानकारी है कि आतंकी कभी वारदात करने के अलावा हालात खराब कर सकते हैं। देखा जाए तो 370 हटाने के बाद श्रीनगर शहर में गलियों में ही प्रदर्शन हुए हैं। कोई भी बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ। इसके बाद ही प्रशासन ने कई क्षेत्रों से प्रतिबंध हटाना शुरू कर दिए थे। भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण ही समय ङ्क्षहसा भी न के बराबर ही है।
आतंकरोधी ऑपरेशन ढीले पड़े : एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पांच अगस्त के बाद आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जाने वाले ऑपरेशन ढीले पड़े हें। एक महीने से सिर्फ दो ही मुठभेड़ हुई हैं। इनमें एक 20 अगस्त को बारामुला और दूसरी नौ सितंबर को सोपोर में हुई है। प्रशासन सुनिश्चित बना रहा है कि किसी भी नागरिक की ङ्क्षहसा में मौत न हो। आतंकी वारदातों के दौरान कई बार ङ्क्षहसा होने की आशंका बनी रहती है। श्रीनगर शहर को साल 2012 में आतंकवाद मुक्त करार दे दिया था। शोपियां के आतंकवादग्रस्त क्षेत्र में बीते शनिवार को आतंकियों ने ऑटोमोबाइल वर्कशॉप को जलाया था। बंद के दौरान वर्कशॉप खुली होने के कारण आतंकियों ने आग लगाई थी।
श्रीनगर और ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखे गए आतंकी : डीजीपी
जम्मू कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग ङ्क्षसह ने भी आतंकियों के होने की संभावना से इन्कार नहीं किया है लेकिन यह कहना सही नहीं है कि आतंकवादी सरेआम घूम रहे हैं। मगर सूत्रों का कहना है कि दो दर्जन आतंकवादी श्रीनगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखे गए हैं।