आंखों में धूल झोंक गुलाम कश्मीर पहुंची नवविवाहिता
उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बरती जा रही चौकसी और प्रभावशाली घुसपैठ विरोधी तंत्र की पोल खोलते हुए उड़ी की एक विवाहिता सैन्य कर्मियों की आंखों में धूल झोंक गुलाम कश्मीर पहुंच गई। फिलहाल पुलिस ने महिला की गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर सैन्य प्रशासन ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित क्षेत्र में तैनात सैन्य अधिकारियों की खिचाई करते हुए विभागीय जांच का आदेश दे दिया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बरती जा रही चौकसी और प्रभावशाली घुसपैठ विरोधी तंत्र की पोल खोलते हुए उड़ी की एक विवाहिता सैन्य कर्मियों की आंखों में धूल झोंक गुलाम कश्मीर पहुंच गई। फिलहाल, पुलिस ने महिला की गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर, सैन्य प्रशासन ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित क्षेत्र में तैनात सैन्य अधिकारियों की खिचाई करते हुए विभागीय जांच का आदेश दे दिया है।
हालांकि, पुलिस व सैन्य प्रशासन अधिकारिक तौर पर महिला के गुलाम कश्मीर जाने की पुष्टि करने से बच रहे हैं, लेकिन यह जरूर मानते हैं कि महिला अग्रिम सीमावर्ती गांव में रिश्तेदारों से मिलने गई और फिर लापता हो गई। एलओसी पर तैनात सैन्यकर्मियों की चौकसी के बीच ही पैदल गुलाम कश्मीर में रिश्तेदारों के पास जाने वाली नांबला गांव की महिला शाहिना बेगम है। यह गांव उड़ी सेक्टर में एलओसी से सटा है।
बताया जा रहा है शाहिना की शादी 12 साल पहले हुई थी और चार बच्चों की मां है। वह परिवार सहित कुछ वर्षो से उड़ी तहसील मुख्यालय में रहती थी। इसी माह की शुरुआत में वह उड़ी में अपने पति को यह कहकर घर से निकली कि वह नांबला जा रही है। वहां से सहूरा गांव में रिश्तेदारों से मिलने जाएगी। वह सहूरा तो पहुंची, लेकिन उसके बाद लापता हो गई। परिजनों ने दर्ज करवाई गुमशुदगी की रिपोर्ट
एसएसपी बारामुला अब्दुल क्यूम ने बताया कि शाहिना बेगम के परिजनों कुछ दिन पहले ही गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। सहूरा गांव एलओसी पर स्थित है। उन्होंने बताया कि शाहिना ने साहूरा में दाखिल होने के लिए गेट पर मौजूद सैन्यकर्मियों को बताया था कि वह गांव में अपने रिश्तेदारों से मिलने जा रही है और जल्द वापस आएगी। जब नहीं लौटी तो सैन्यकर्मियों ने जांच की। सहूरा गांव में उसके रिश्तेदारों से मिले तो उन्होंने पता चला कि शाहिना मिलने के बाद लौट गई है। एसएसपी ने बताया कि शाहिना सहूरा गांव से लौटने के बजाय एलओसी पार कर कथित तौर पर गुलाम कश्मीर में रिश्तेदारों के पास चली गई और वहां से अपने परिजनों को फोन भी किया। वह वहां कैसे पहुंची, क्यों गई है? इन सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। अवैध तरीके से रिश्तेदारों से मिलते हैं ग्रामीण
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शाहिना उड़ी की रहने वाली है। एलओसी की भौगोलिक परिस्थितियों से पूरी तरह अवगत है। इसके अलावा उड़ी सेक्टर में कई अग्रिम गांव तारबंदी के आगे हैं, जो पाकस्तानी गांवों से ज्यादा दूर नहीं हैं। इन गांवों में बसे अधिकांश लोग आपस में रिश्तेदार हैं। उन्होंने बताया कि कई बार दोनों तरफ से ग्रामीण अवैध तरीके से एलओसी पार कर रिश्तेदारों से मिलने पहुंच जाते हैं और पकड़े भी नहीं जाते। कई बार पकड़ लिए जाते हैं। इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं कि हर जगह नजर नहीं रख सकते और वह भी उस स्थिति में जब दोनों तरफ के गांव एक दूसरे के पास हों।