आतंकवाद पर करारा प्रहार, पाक की साजिश नाकाम
सेना ने उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे उड़ी सेक्टर में गुलाम कश्मीर से जैश-ए-मोहम्मद के लिए आई हथियारों की एक खेप बरामद की। इसमें एम-16 जैसी घातक एसाल्ट राइफलें भी शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सुरक्षाबलों ने वीरवार को आतंकवाद पर करारा प्रहार करते हुए पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम बना दिया। सेना ने उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे उड़ी सेक्टर में गुलाम कश्मीर से जैश-ए-मोहम्मद के लिए आई हथियारों की एक खेप बरामद की। इसमें एम-16 जैसी घातक एसाल्ट राइफलें भी शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में नए आतंकियों की भर्ती की साजिश रच रहे जैश के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर दिया।
सेना की आठ राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिग अधिकारी विवेक वेंकट ने बताया कि बीते एक सप्ताह से सूचना मिल रही थी कि गुलाम कश्मीर से हथियारों का एक बड़ा जखीरा उड़ी सेक्टर के रास्ते वादी में सक्रिय आतंकियों के लिए पहुंचने वाला है। इन सूचनाओं का संज्ञान लेते हुए उड़ी सेक्टर में झेलम के उत्तरी हिस्से में स्थित अग्रिम इलाकों कालाबट, छप्पड़, दुलांजा, कटिग एरिया और दुलांजा इंफेंट्री सेफ लाइन में अभियान चलाया गया। सेफ लाइन इलाके में बुधवार दोपहर डेढ़ बजे तलाशी अभियान शुरू किया गया जो वीरवार सुबह साढ़े पांच बजे तक चला। इस अभियान के दौरान एक नाले में छिपाकर रखी गई हथियारों की एक खेप मिली है। इसमें पाकिस्तान में निर्मित दो एम16 राइफलें, दो पिस्तौल, एमआइ-16 राइफल की चार मैगजीन और पिस्तौल की चार मैगजीन व अन्य साजो सामान शामिल है। उन्होंने बताया कि बरामद हथियार जैश के आतंकियों के लिए थे।
कुपवाड़ा में दो आतंकी पकड़े : पुलिस को पता चला था कि नए आतंकियों की भर्ती व सीमा पार से आने वाले जैश के आतंकियों के लिए नेटवर्क तैयार करने की साजिश के लिए कुछ आतंकी कुपवाड़ा आने वाले हैं। इसके आधार पर पुलिस ने सेना के साथ कुपवाड़ा की तरफ आने जाने वाले रास्तों पर नाके लगाए। द्रगमुला में खाद्य निगम के भंडार गृह के पास नाके के दौरान जवानों ने एक कार जेके05-0872 को आते देख रुकने का संकेत किया। नाका देखते ही कार चालक व उसके साथ बैठे एक युवक ने भागने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहा। सुरक्षाबलों ने उन्हें दबोच लिया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों से पूछताछ की तो वह जैश के आतंकी निकले। उनकी पहचान वसीम इरशाद गबरु और मेहराजुदीन वानी के रूप में हुई है। दोनों सोपोर के रहने वाले हैं। उनसे सात लाख की नकदी के अलावा कार में से एक एके-47 राइफल, एक मैगजीन, 30 कारतूस और एक ग्रेनेड मिला है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान इरशाद व मेहराजुदीन ने उत्तरी कश्मीर में अपने नेटवर्क को फिर से तैयार करने में जुटे जैश के मंसूबों के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। उन्होंने बताया कि कुपवाड़ा में वह कुछ लड़कों को जैश में शामिल करने के लिए आए थे। इन युवकों कों भर्ती कर उन्हें एसाल्ट राइफल सौंपनी थी। इसके अलावा स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क भी तैयार करना था। इसके लिए संबंधित लोगों में बांटने के लिए वह सात लाख रुपये की नकदी लेकर निकले थे।