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16 दिन का डिवीजनल कमांडर आठ मिनट में ढेर

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के पट्टन में पुलिस दल पर हमला कर भागा तहरीक-उल-म

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 08:00 AM (IST)
16 दिन का डिवीजनल कमांडर आठ मिनट में ढेर
16 दिन का डिवीजनल कमांडर आठ मिनट में ढेर

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के पट्टन में पुलिस दल पर हमला कर भागा तहरीक-उल-मुजाहिदीन का 16 दिन पुराना डिवीजनल कमांडर शौकत अहमद बट दक्षिण कश्मीर के दुगाम (पुलवामा) में आठ मिनट चली मुठभेड़ में मारा गया। पट्टन हमले के 12 घंटे के भीतर ही हमलावर शौकत का मारा जाना सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। इस दौरान शौकत के अन्य साथी बच निकले। शौकत अहमद बट उर्फ शौकत बिन यूसुफ उर्फ खालिद दाउद सलाफी समेत तीन युवक इसी माह दो अक्टूबर को तहरीक-उल-मुजाहिदीन में शामिल हुए थे। आतंकी बनने से पहले शौकत कश्मीर विश्वविद्यालय में बी फार्मेसी का छात्र था।

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आतंकी शौकत व उसके साथियों ने बारामुला के पट्टन में कोर्ट परिसर के बाहर बुधवार दोपहर को पुलिस की नाका पार्टी पर ग्रेनेड फेंकने के साथ फाय¨रग की थी। इसमें एक डीएसपी समेत चार लोग जख्मी हुए थे। हमले के बाद भाग निकले आतंकियों का पीछा कर पुलिस ने एक आतंकी फैजान मजीद को पकड़ लिया था।

एसएसपी बारामुला इम्तियाज हुसैन मीर ने बताया कि फैजान मजीद से मिले सुराग के आधार पर हमें पता चला कि हमलावरों में शौकत भी था। हमने कुछ मोबाइल नंबरों के अलावा कुछ ओवरग्राउंड वर्करों की गतिविधियों की निगरानी की और पता चला कि शौकत वापस पुलवामा की तरफ गया है। इसके बाद श्रीनगर, पुलवामा, अवंतीपोर में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस और सेना की 50 आरआर के एक संयुक्त दल ने पुलवामा में कुछ चिन्हित इलाकों में नाके लगाए थे। दुगाम में नाका लगाए जवानों ने बुधवार रात करीब पौने बारह बजे कुछ युवकों को देखा। नाका पार्टी ने रुकने और अपनी पहचान बताने के लिए चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने फायर करते हुए वहां से भागने का प्रयास किया। इस पर जवानों ने भी जवाबी फायर किया। करीब आठ मिनट तक दोनों तरफ से फाय¨रग हुई और शौकत पुत्र यूसुफ बट निवासी पडगामपोरा, अवंतीपोरा मारा गया। अब नसीर अहमद तेली बचा :

आतंकी शौकत समेत तीन युवक फैजान मजीद और नसीर अहमद तेली इसी माह आतंकी संगठन तहरीक उल मुजाहिदीन में शामिल हुए थे। इन तीनों की तस्वीरें पिछले सप्ताह शुक्रवार को ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। अब इनमें से सिर्फ सोपोर का रहने वाला नसीर अहमद तेली उर्फ डॉ. इसाक ही बचा है। फैजान मजीद पकड़ा जा चुका है।


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