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मुठभेड़ में आतंकी ढेर, विरोध में हिंसा, प्रदर्शनकारी की मौत

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हिंसक प्रदर्शनों में एक युवक की मौत पर गहरा दुख जताते हुए मामले की जांच का निर्देश दे दिया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 10 Jan 2018 11:20 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jan 2018 11:36 AM (IST)
मुठभेड़ में आतंकी ढेर, विरोध में हिंसा, प्रदर्शनकारी की मौत
मुठभेड़ में आतंकी ढेर, विरोध में हिंसा, प्रदर्शनकारी की मौत

श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो] । सुरक्षाबलों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के लारनू (अनंतनाग) में मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया। उसके अन्य तीन साथियों की तलाश जारी है, जिनमें से एक के गंभीर रूप से घायल होने या मारे जाने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच, आतंकी की मौत के बाद हिंसक भड़क गई। हिंसा की आड़ में छिपे आतंकियों ने खुड़वनी स्थित सैन्य शिविर पर फायरिंग कर दी, जिसमें गोली लगने से एक प्रदर्शनकारी खालिद अहमद डार की मौत हो गई, जबकि यासिर डार घायल हो गया।

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हालांकि स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि गोली सुरक्षाबलों ने चलाई है। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हिंसक प्रदर्शनों में एक युवक की मौत पर गहरा दुख जताते हुए मामले की जांच का निर्देश दे दिया है। जिला उपायुक्त कुलगाम तलत परवेज ने अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त कुलगाम को जांच का जिम्मा सौंपते हुए 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने को कहा है। वहीं स्थानीय आतंकी और एक युवक की मौत के बाद से अनंतनाग व कुलगाम के विभिन्न हिस्सों में पैदा हालात को देखते हुए प्रशासन ने अनंतनाग के अलावा जिला कुलगाम के विभिन्न हिस्सों में इंटरनेट सेवा को बंद कर सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

एसएसपी अनंतनाग अल्ताफ अहमद खान ने दैनिक जागरण को बताया कि मुठभेड़ समाप्त हो चुकी है। एक ही आतंकी का शव मिला है। तीन आतंकी अपने एक घायल या मारे गए साथी को साथ लेकर भाग निकले हैं। फिलहाल, हमने पूरे इलाके में तलाशी अभियान को जारी रखा है।

एसएसपी ने बताया कि तड़के ही दस लाख के ईनामी आतंकी अशरफ मौलवी के अपने चार अन्य साथियों संग कोकरनाग के पास लारनू गांव के पहलीपोरा में छिपे होने की खबर मिली थी। अशरफ के साथ तौसीफ भी देखा गया था। खबर मिलते ही आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया गया। मुठभेड़ सुबह आठ बजे शुरू हुई और लगभग एक घंटे बाद एक आतंकी को मार गिराया गया। अन्य आतंकी निकटवर्ती जंगल में भाग निकले। जवानों ने जंगल में आतंकियों को पुन: मुठभेड़ में उलझा लिया, लेकिन दोपहर तीन बजे के बाद आतंकियों की तरफ से कोई गोली नहीं चली।

इसके बाद जब जवानों ने आगे बढ़ते तलाशी ली तो उन्हें वहां एक जगह भारी मात्रा में खून के अलावा किसी को घसीट कर ले जाने के निशान भी मिले। इसके अलावा एक इंसास राइफल, दो मैगजीन व 42 कारतूस भी बरामद किए गए। एसएसपी अल्ताफ खान के मुताबिक मारा गया आतंकी जिला कुलगाम के अंतर्गत वानगुंड खुडवनी का फरहान अहमद वानी पुत्र गुलाम मोहम्मद वानी है। वह 13 जुलाई 2017 को आतंकी बना था। इससे पहले वह नामी पत्थरबाज था। सूत्रों ने बताया कि जिस आतंकी के गंभीर रूप से घायल होने या मारे जाने की संभावना है, वह अशरफ मौलवी हो सकता है।

इस बीच, फरहान अहमद वानी की मौत की खबर फैलते ही कोयम, खुडवनी और वानगुंड व उसके साथ सटे इलाकों में सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया। भड़काऊ नारेबाजी कर रही भीड़ ने पूरे इलाके में बंद लागू कराते हुए सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने के अलावा पुलिस व अ‌र्द्धसैनिकबलों पर पथराव शुरू कर दिया। कई जगह प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर हमले करते हुए उनके साथ मारपीट का प्रयास भी किया। हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाकर्मियों भी बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस व सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने से साफ इन्कार किया है।


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