शोपियां में आतंकी हमला, चार पुलिसकर्मी शहीद
शोपियां में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए स्थापित चौकी पर हमला, चार पुलिसकर्मी शहीद। सुरक्षाबलों ने छेड़ा सघन तलाशी अभियान।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकियों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के जेनपोरा (शोपियां) में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए स्थापित चौकी पर हमला किया, जिसमें चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। आतंकी शहीद पुलिसकर्मियों की पांच राइफलें, मैगजीन, कारतूस व अन्य साजो सामान भी लूट ले गए। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान छेड़ दिया है।
इस बीच, जैश-ए-मोहम्मद ने सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मियों से लूटे हथियारों की तस्वीर वायरल करने के साथ हमले की जिम्मेदारी भी ली। जानकारी के अनुसार, जेनपोरा में रहने वाले लगभग छह कश्मीरी पंडित परिवारों की सुरक्षा के लिए पुलिस की एक चौकी बनी है। इस चौकी में राज्य पुलिस के चार जवान तैनात थे। दोपहर को अचानक आतंकियों के एक दल ने इस चौकी पर हमला कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, हमले के समय चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मी ठंड से बचने के लिए अपनी बैरक में थे। आतंकियों ने भीतर घुसते ही किसी भी पुलिसकर्मी को बचाव का मौका दिए बिना अंधाधुंध फाय¨रग कर दी। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी मौके पर ही शहीद हो गए। एक अन्य पुलिसकर्मी ने फायर करना चाहा, लेकिन वह भी जख्मी होकर वहीं पर गिर पड़ा। गोलियों की आवाज से पूरा इलाका सहम उठा। आतंकियों ने चारों पुलिसकर्मियों को मरा समझकर उनकी राइफलें व अन्य साजो सामान लिया और भाग निकले। आतंकियों ने चौकी के आसपस रहने वाले किसी भी नागरिक को कुछ नहीं कहा, लेकिन सभी को मुंह बंद रखने की चेतावनी दी।
आतंकियों के जाने के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने खून से लथपथ पड़े चारों पुलिसकर्मियों को निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने तीन पुलिसकर्मियों अब्दुल मजीद गनई निवासी शालबुग (गांदरबल), महराजुद्दीन निवासी चेवा अजस (बांडीपोरा) और अनीस मीर निवासी सुच (कुलगाम) को मृत घोशित कर दिया, जबकि हमीदुल्ला निवासी फतेहपुरा (अनंतनाग) को उसकी गंभीर हालत के मद्देनजर श्रीनगर रेफर कर दिया। बाद में हमीदुल्ला ने भी रास्ते में दम तोड़ दिया। हमले के करीब एक घंटे बाद जैश-ए-मोहम्मद के प्रवक्ता मोहम्मद हसन ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए आगे भी अपनी कार्रवाई जारी रखने की चेतावनी दी है। पुलिस को जीनत पर संदेह : जैश ने बेशक जेनपोरा हमले की जिम्मेदारी ली है, लेकिन पुलिस को संदेह है कि यह हमला लश्कर से हिज्ब और हिज्ब से अल-बदर में शामिल हुए कुख्यात आतंकी जीनत उल इस्लाम के इशारे पर हुआ है। संबंधित पुलिस अधिकारियों की मानें तो बीते कुछ दिनों से जीनत और उसके साथ कुछ विदेशी आतंकियों की इस इलाके में गतिविधियां देखी जा रही थीं।
हाल ही में कश्मीर पहुंचे आतंकियों ने अंजाम दी वारदात
दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ जारी अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रहे एक अधिकारी के मुताबिक, यह वारदात जैश के उन आतंकियों ने अंजाम दी है जो कुछ समय पहले ही सरहद पार से आए हैं। करीब एक दर्जन आतंकी बीते एक डेढ़ माह में दक्षिण कश्मीर में पहुंचे हैं। इनमें से चार जेनपोरा शोपियां में कुछ स्थानीय आतंकियों के साथ घूम रहे हैं। अन्य त्राल और कुलगाम में हैं।
राज्यपाल, उमर व महबूबा ने हमले की निंदा की
राज्यपाल सत्यपाल मलिक, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए शहीद पुलिसकर्मियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही शहीदों के परिजनों के साथ संवेदना भी जताई।
शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित
जेनपोरा में आतंकी हमले में शहीद पुलिसकर्मियों को जिला पुलिस लाइन शोपियां में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। एडीजीपी मुनीर अहमद खान, आइजीपी कश्मीर एसपी पाणि, डीआइजी दक्षिण कश्मीर रेंज अमित कुमार, एसपी शोपियां, जिला उपायुक्त शोपियां समेत पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र और फूल मालाएं भेंट कीं। इसके बाद शहीदों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों के पास पहुंचा दिए गए।