गुजरात के अक्षरधाम मंदिर में आतंकी हमले का मुख्य आरोपित अनंतनाग से गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो श्रीनगर सत्रह वर्ष पूर्व गुजरात के अक्षरधाम में हुए आतंकी हमले के मुख्य आरोपि
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सत्रह वर्ष पूर्व गुजरात के अक्षरधाम में हुए आतंकी हमले के मुख्य आरोपित मोहम्मद यासीन बट को गुजरात एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड ने शुक्रवार को कश्मीर के अनंतनाग से गिरफ्तार कर लिया। जम्मू कश्मीर पुलिस ने यासीन की गिरफ्तारी पर कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन गुजरात एटीएस ने शुक्रवार को गांधीनगर में एक प्रेस वार्ता कर बताया कि यासीन को अनंतनाग से पकड़ा गया है, जहां वह एक आरा मिल पर काम कर रहा था।
अनंतनाग स्थित सूत्रों ने बताया कि मोहम्मद यासीन बट को राज्य पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए सुराग के आधार पर पकड़ा गया है। वह मूलत: कुलगाम जिले का रहने वाला है और कुछ वर्ष पहले ही गुलाम कश्मीर से नेपाल के रास्ते भारत लौटा था। उसके खिलाफ वादी में कोई बड़ा मामला दर्ज नहीं था। वह 24 सितंबर 2002 को अक्षरधाम हमले के बाद ही सुरक्षाबलों से बचने के लिए पाकिस्तान भाग गया था। उसे खन्नाबल बटपोरा इलाके से पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि मोहम्मद यासीन बट ने ही अक्षरधाम हमले में लिप्त लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों व उनके मददगारों को कश्मीर से उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गुजरात पहुंचाने के अलावा उनके लिए हथियारों का भी बंदोबस्त किया था। हमले में 33 लोगों की हुई थी मौत :
गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के एक कमांडो समेत 33 लोगों की मौत हो गई थी। हमले में लिप्त दो आतंकी भी मारे गए थे। इस हमले की साजिश में जम्मू कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ नेता, जो वर्ष 2003 मे पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार में मंत्री भी रहे, उनका नाम भी आया था। उक्त नेता की मौत हो चुकी है। कहा यह भी जाता है कि हमले की साजिश उनके घर पर तैयार हुई थी। सर्वाेच्च न्यायालय ने मई 2014 में इस मामले में गिरफ्तार किए गए छह लोगों को रिहा कर दिया था।