आतंकवाद से कश्मीर और कश्मीरी ही तबाह हो रहे: डीपीजी
युवकों से अपील है कि वह बंदूक का रास्ता छोड़ अपने परिजनों के साथ एक सामान्य और सम्मानजनक जिदगी जीएं। मुख्यधारा में लौटने वाले युवाओं का पूरा सहयोग किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की गुमराह युवकों से मुख्यधारा में लौटने की अपील के एक दिन बाद शनिवार को पुलिस महानिदेशक ने भी आतंकी बने स्थानीय युवकों से मुख्यधारा में शामिल होने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और हिसा से कुछ हासिल नहीं होगा, इससे सिर्फ कश्मीर और कश्मीरी ही तबाह हो रहे हैं।
उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में पुलिस द्वारा आयोजित हंदवाड़ा प्रीमियर लीग का उद्घाटन करने के बाद दिलबाग सिंह ने युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रविरोधी तत्वों से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाने का भी यकीन दिलाया। उन्होंने कहा कि हमें कश्मीर को फिर से शांत व खुशहाल बनाना है। इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना है। उन्होंने खुद हंदवाड़ा में पुलिस थाना प्रभारी के रूप में पुलिस संगठन में अपना करियर शुरू किया था। आतंकवाद के कारण यह इलाका बहुत पिछड़ गया है। उन्होंन कहा कि किसी की मौत का जश्न नहीं मनाया जा सकता और आतंकवाद ने यहां कई परिवारों और कश्मीरी समाज को बर्बाद किया है।
उन्होंने कहा कि यहां कई नौजवानों को पाकिस्तान से होने वाले दुष्प्रचार और पाकिस्तानी एजेंटों ने गुमराह कर आतंकवाद के रास्ते पर धकेला है। हमारी इन सभी युवकों से अपील है कि वह बंदूक का रास्ता छोड़ अपने परिजनों के साथ एक सामान्य और सम्मानजनक जिदगी जीएं। मुख्यधारा में लौटने वाले युवाओं का पूरा सहयोग किया जाएगा। कश्मीर में तीन क्रिकेट टीमें बनेंगी
प्रतियोगिता में भाग लेने आए खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि यह सभी नौजवान कश्मीर में शांति और खुशहाली के दूत बनें। पूरे प्रदेश में विशेषकर घाटी में पुलिस खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रही है। हंदवाड़ा की तरह वादी के अन्य हिस्सों में इस तरह की क्रिकेट प्रतियोगिताएं होंगी और उनके आधार पर दक्षिण, मध्य और उत्तरी कश्मीर से तीन टीमों का चयन होगा। यह टीमें देश-विदेश में खेलने जाएंगी। इस अवसर पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा घाटी के नामी क्रिकेटर परवेज रसूल और मंजूर पांडव भी मौजूद थे।