कोरोना वायरस से थमी कश्मीर की रफ्तार, बाजार बंद, सार्वजनिक वाहन-रेल सेवा 31 मार्च तक स्थगित
जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि हमने घरों की स्क्रीनिंग का फैसला करोना के संक्रमण को रोकने के लिए लिया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कोरोना वायरस से संक्रमित पहले मरीज की पुष्टि होने के साथ वीरवार को कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों व कस्बों में एहतियातन निषेधाज्ञा लगा दी गई है। सार्वजनिक वाहनों और कुछ क्षेत्रों में आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। होटल, रेस्तरां व शॉङ्क्षपग मॉल्स पहले बंद किए जा चुके हैं। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को 31 मार्च तक स्थगित कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के 21 दस्तों को श्रीनगर के खनयार व ख्य्यामम क्षेत्र में करोना के संदिग्ध मरीजों का पता लगाने के लिए तैनात किया है।
सूत्रों की मानें तो संक्रमित मरीज के कुछ करीबी रिश्तेदारों को अस्पताल में भर्ती किया है। इन्हें अस्पताल में क्वारंटाइन किया जा रहा है। 30 वर्षों के दौरान यह पहला मौका है जब कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति या किसी आतंकी घटना को छोड़ किसी अन्य कारण से प्रशासन को लोगों के जान माल की सुरक्षा के लिए निषेधाज्ञा का सहारा लेना पड़ा हो। पूरे जम्मू कश्मीर में चार लोग ही कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें एक श्रीनगर की महिला है।
श्रीनगर, अनंतनाग,पुलवामा, कुलगाम, बांडीपोर, कुपवाड़ा, बारामुला समेत सभी जिलों में प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है। पुलवामा, बारामुला, कुपवाड़ा के सभी प्रमुख शहरों व कस्बों में सार्वजनिक यात्री वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी। कई जगह वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए प्रशासन ने कंटीले तार लगा दिए। आवश्यक सेवाओं व एंबुलेंस वाहनों पर रोक नहीं थी।
उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी : कोरोना से प्रभावित मरीज की पुष्टि होने का असर कश्मीर के लगभग सभी बाजारों में दिखा। इक्का-दुक्का दुकानें खुली थी, वहां आवश्यक साजो सामान की खरीदारी के लिए भीड़ रही। प्रशासन ने विभिन्न माध्यमों से लोगों को सूचित किया कि कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए निषेधाज्ञा का सहारा लिया है। किसी जगह भीड़ न जमा की जाए। सार्वजनिक यात्री वाहनों पर रोक लगा दी है। कुछ इलाकों में आम लोगों की आवाजाही को रोका है। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्क्रीनिंग का फैसला : जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि हमने घरों की स्क्रीनिंग का फैसला करोना के संक्रमण को रोकने के लिए लिया है। यह वह मकान हैं जो कोरोना से संक्रमित मरीज के घर के आसपास ही हैं। पूरे श्रीनगर में सभी लोगों से आग्रह किया है कि अगर किसी में कोरोना से पीडि़त होने के लक्षण नजर आते हैं या वह निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करे। हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।